औली हिल स्टेशन की खूबसूरती गर्मियों के मुकाबले सर्दियों में और भी बढ़ जाती है. चमोली जिले का यह लोकप्रिय पर्यटन स्थल सर्दियों में स्वीटजरलैंड जैसा अनुभव देता है.
समुद्र से 9,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित औली में चारों ओर शानदार पहाड़ियों और जंगलों का मनमोहक नजारा देखा जा सकता है. यह जोशीमठ से 16 किलोमीटर दूर है.
औली तक पहुंचने के लिए रोप वे का एक शानदार विकल्प है. रोप वे ट्रॉली में बैठ देवदार के जंगलों के ऊपर से जाना बादलों में उड़ान जैसा अनुभव देता है.
औली के बर्फीले इलाके में ब्लू शिप नामक एक जंगली पशु पाया जाता है, जिसे भरल भी कहते हैं. बड़े और लंबे सींग वाला यह जानवर उत्तराखंड के विंटर स्पोर्ट्स का शुभंकर भी है.
औली में ठहरने के लिए गढ़वाल विकास निगम का एक गेस्ट हाउस है, जिसमें 110 रूम्स हैं. इसके अलावा यहां कॉटेज, हट्स और भारत-तिब्बत पुलिस का रेस्टोरेंट भी है. जोशीमठ में भी कई होटल और गेस्ट हाउस हैं.
औली पहुंचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा देहरादून के पास जॉली ग्रांट है, जो जोशीमठ से 273 किलोमीटर दूर है. नजदीकी रेलवे स्टेशन हरिद्वार यहां से 299 किलोमीटर दूर है.
जोशीमठ से औली के लिए कोई बस सेवा नहीं है, लेकिन प्राइवेट टैक्सियां उपलब्ध हैं, जो पर्यटकों को औली तक पहुंचाने का काम करती हैं.
औली घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर से अप्रैल तक का माना जाता है, जब बर्फबारी के कारण यहां की सुंदरता अपने चरम पर होती है.
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