Nipah Virus : कोरोना के बाद भारत में एक और वायरस ने दस्‍तक दे दी है. भारत में निपाह वायरस के कई मामले सामने आ चुके हैं. इतना ही नहीं केरल में निपाह वायरस से दो लोगों की मौत भी हो चुकी है. तो आइये जानते हैं क्‍या है निपाह वायरस, इसके लक्षण और कैसे बचा जा सकता है. 


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क्‍या है निपाह वायरस 
निपाह वायरस जानवरों से इंसानों में फैलने वाली बीमारी है. इसे जूनोटिक डिजीज कहा जाता है. ये चमगादड़ों और सुअर से इंसानों में फैल सकता है. भारत में ये सबसे पहले साल 2018 में देखा गया था. इंसानों में ये संक्रमण चमगादड़ द्वारा खाए फल से फैलता है. इसके अलावा ये बकरी, घोड़े, कुत्ते और बिल्लियों से भी फैल सकता है. 


ऐसे फैलता है 
इसके बाद ये एक आदमी से दूसरे आदमी तक आसानी से पहुंच सकता है. निपाह वायरस होने पर शुरुआत में बुखार और सिरदर्द जैसे लक्षण दिखेंगे. निपाह वायरस होने के बाद दिमाग में सूजन, एन्सिफेलाइटिस जैसी खतरनाक बीमारी होने का भी खतरा रहता है. 


सांस लेने में दिक्‍कत 
इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, खांसी, सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. साथ ही उल्टियां भी आती हैं. इसके अलावा पेट में दर्द होना, दौरे पड़ना और कोमा में चले जाना. ये सब निपाह वायरस के लक्षण हैं. 


ये है बचाव 
निपाह वायरस से बचने के लिए फलों, खासकर खजूर खाने से बचें. पेड़ से गिरे फलों को खाने से बचें. सुअरों और सुअर की देखभाल करने वाले लोगों के संपर्क में आने से बचें. संक्रमित मरीजों का इलाज करने वाले चिकित्सा अधिकारियों को गाउन, टोपी, मास्क, दस्ताने पहनना और हाथों को धोने जैसे उचित सावधानी बरतने की जरूरत है. 


मलेशिया में प्रकोप बढ़ा  
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मलेशिया में 300 से ज्‍यादा लोग निपाह वायरस से संक्रमित हैं. यह इतना खतरनाक है कि इसका अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि इससे संक्रमित अब तक केवल मलेशिया में 100 लोगों की जान जा चुकी है. हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि निपाह वायरस कोरोना जैसा नहीं है. 


 


 


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