नोएडा: नोएडा स्थित नियो अस्पताल में उपचार के दौरान एक महिला प्रोफेसर की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई. इस मामले में उसके ससुर ने अस्पताल के डॉक्टरों के खिलाफ लापरवाही के कारण मौत का मुकदमा दर्ज कराया है. महिला गर्भवती थी और उसका डीएनसी कराने के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था.


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पुलिस उपाधीक्षक नगर श्वेताभ पांडे ने बताया कि सेक्टर 55 में रहने वाले चार्टेड एकाउंटेंट कपिल भाटिया ने गुरुवार को थाना सेक्टर 49 में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उनकी पुत्रवधू 30 वर्षीय अंकिता भाटिया को एक वर्ष पूर्व बेटा पैदा हुआ था. इस बीच वह दोबारा से गर्भवती हो गई. वह 2 माह की गर्भवती थी. दो बच्चों के बीच 3 साल से कम समय होने की वजह से उन्होंने डाक्टरों की सलाह पर डीएनसी कराने का निर्णय लिया. 


उन्होंने बताया कि महिला डॉक्टर की देखरेख में 31 दिसंबर को उनकी पुत्रवधू को सेक्टर 50 स्थित नियो अस्पताल में भर्ती कराया गया. आरोप है कि डॉक्टरों ने महिला का ठीक तरीके से उपचार नहीं किया, जिसकी वजह से ऑपरेशन थिएटर में ही उसकी मौत हो गई. मृतका सेक्टर-62 स्थित सत्यम कॉलेज में प्रोफेसर थी.


क्षेत्राधिकारी ने बताया कि डॉक्टरों ने मृतका के परिजनों को बताया कि उसे दिल का दौरा पड़ा, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई. जबकि मृतका के परिजनों का कहना है कि उसकी मौत की वजह यह है कि डॉक्टरों ने उसे दवाई का ओवरडोज दे दी. परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है मामले की जांच की जा रहा है, जल्द ही कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी.