लखनऊ: हाथरस केस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच कराने के आदेश दिए हैं. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजीपी  हितेश चंद्र अवस्थी के हाथरस से लौटने के बाद सीएम योगी ने अहम बैठक की, जिसमें उन्होंने हाथरस मामले की जांच सीबीआई से कराने का निर्णय लिया है. वहीं पीड़िता के भाई ने कहा कि वो और उसके परिजनों ने मामले की सीबीआई जांच की मांग नहीं की थी, क्योंकि एसआईटी की जांच पहले से ही चल रही है. बीएसपी नेता हाथरस केस को लेकर योगी सरकार पर लगातार हमले बोल रहे है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी. लगातार जारी सियासत और बढ़ते दवाब के बीच सीएम ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं. 



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आपको बता दें कि इसके पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा था, 'उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है. इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा. आपकी उत्तर प्रदेश सरकार प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है. यह हमारा संकल्प है-वचन है.'


आपको बता दें की सीएम योगी हाथरस मामले में लगातार एक्शन में हैं. पीड़ित के पिता को मामले की निष्पक्ष जांच का भरोसा देते हुए सीएम ने पहले ही जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी थी. आज एसआईटी की टीम हाथरस भी पहुंच गई है. SIT को सात दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे. सीएम योगी प्रारंभिक जांच के आधार पर हाथरस के एसपी-डीएसपी समेत पांच पुलिसवालों को सस्पेंड किया. साथ ही पक्ष और विपक्ष समेत सभी पुलिसकर्मियों के नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के भी निर्देश दिए. 


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