लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की यूनिफार्म, स्वेटर, जूते-मोजे और स्कूल बैग का पैसा सीधे अभिभावकों के खाते में दे सकता है. इस बार फिर विभाग इस प्रस्ताव को कैबिनेट में रख सकता है. इससे पहले भी विभाग अभिभावकों के खाते में पैसा भेजने का प्रस्ताव सरकार को भेज चुका है. सीएम योगी ने इस प्रस्ताव को तब नामंजूर कर दिया था. नए शैक्षिक सत्र के लिए फिर से इस प्रस्ताव को तैयार किया जा चुका है. अगले शैक्षिक सत्र में डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर से पैसा दिया जा सकता है. 


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1.58 करोड़ स्टूडेंट्स को होगा फायदा
इस फैसले से 1.58 करोड़ विद्यार्थियों को फायदा पहुंचेगा. राज्य सरकार दो जोड़ी यूनिफार्म, एक जोड़ी जूता, स्वेटर, जूते-मोजे और स्कूल बैग निशुल्क देती है और इस पर लगभग 1800 करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं. पाठ्यपुस्तकों और मिड डे मील की व्यवस्था पहले की तरह ही रहेगी. यूनीफार्म का मूल्य 300 रुपये तय है तो जूते के लिए 135 रुपए, मोजा 15 से 20 रुपए और स्वेटर के लिए 200 रुपये तय हैं.


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एक बच्चे को मिलेगा
यूनिफार्म के लिए 600 रुपये, स्वेटर के लिए 200 रुपये, 135 रुपये जूते के लिए, 21 रुपये मोजे के लिए और स्कूल बैग के लिए 100 रुपये.


पैरेंट्स के खाते में पैसा डालेन का अभिप्राय है कि पैरेंट्स अपने बच्चों के लिए बेहतर सामान खरीद सकेंगे जबकि सरकारी खरीद में ज्यादातर गुणवत्ता की कमी देखी जाती है. इसके अलावा कमीशनखोरी जैसी शिकायतें भी सुनने को मिलती रहती हैं. इस प्रस्ताव के मंजूर होने से बच्चों को समय से और अच्छी क्वालिटी का सामान मिलेगा.


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