स्कूली बच्चे गलती से नारकोटिक्स विभाग के ऑफिस घुसे, ऑफिसर से ही मांगी गांजा से भरे बीड़ी जलाने के लिए माचिस
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स्कूली बच्चे गलती से नारकोटिक्स विभाग के ऑफिस घुसे, ऑफिसर से ही मांगी गांजा से भरे बीड़ी जलाने के लिए माचिस

Trending News: केरल के आदिमली में एक अजीब घटना सामने आई है, जहां दस छात्रों ने गलती से नारकोटिक्स विभाग के कार्यालय में घुसे और फिर गांजा से भरे बीड़ी को जलाने के लिए माचिस मांग ली. 

 

स्कूली बच्चे गलती से नारकोटिक्स विभाग के ऑफिस घुसे, ऑफिसर से ही मांगी गांजा से भरे बीड़ी जलाने के लिए माचिस

Kerala School Student: केरल के आदिमली में एक अजीब घटना सामने आई है, जहां दस छात्रों ने गलती से नारकोटिक्स विभाग के कार्यालय में घुसे और फिर गांजा से भरे बीड़ी को जलाने के लिए माचिस मांग ली. ये छात्र एक सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल के थे और थ्रिसूर से मुन्नार की एक स्टडी टूर पर गए थे. आदिमली में एक होटल में खाना खाने के बाद कुछ छात्र पीछे के दरवाजे से एक बिल्डिंग में घुस गए. उन्हें यह बिल्डिंग एक वर्कशॉप समझ में आई, जबकि असल में यह नारकोटिक्स विभाग का ऑफिस था. छात्रों ने अधिकारियों से एक माचिस मांगने की कोशिश की, ताकि वे बीड़ी को जलाकर गांजा पी सकें.

चूंकि परिसर में कई जब्त की गई गाड़ियों का मौजूदगी थी, छात्रों को लगा कि यह वर्कशॉप है. उन्होंने विभाग का साइनबोर्ड नहीं देखा और जैसे ही उन्होंने अधिकारियों को यूनिफॉर्म में देखा, उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ. जैसे ही छात्रों ने भागने की कोशिश की, उन्हें अधिकारियों ने पकड़ लिया.

पैसे इकट्ठा कर खरीदी थी गांजा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन नाबालिग छात्रों ने अपने जेब खर्च का पैसा इकट्ठा कर एक पेडलर से गांजा खरीदा था. अधिकारियों ने तलाशी के दौरान दो छात्रों से पांच ग्राम मारीजुआ और एक ग्राम हशीश ऑयल बरामद किया. इसके साथ ही, गांजे को तैयार करने के लिए उपयोग की गई सामग्री भी मिली.

दो छात्रों पर मामला दर्ज

दो नाबालिगों के खिलाफ कानूनी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. उनके माता-पिता को बुलाया गया और छात्रों को उनके हवाले कर दिया गया. अन्य छात्र जो कोई अवैध पदार्थ नहीं ले जा रहे थे, उन्हें अधिकारियों द्वारा समझाया गया और उनके शिक्षकों के साथ वापस भेज दिया गया. कई छात्रों ने पहली बार गांजा पीने की बात भी स्वीकार की.

नाबालिगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की जाएगी और मामला जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड द्वारा संभाला जाएगा. यह घटना छात्रों और उनके परिवारों के लिए एक गंभीर चेतावनी है, कि ऐसी गतिविधियों से दूर रहना चाहिए और सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है.

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