ललितपुर: यूपी के ललितपुर जिले में पुलिस की पिटाई से क्षुब्ध एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी. घटना जिले के नाराहट थाना क्षेत्र के डोंगराकला गांव की है.  मृतक के परिवार ने बताया कि रामू कुशवाहा 7 सितंबर को गांव के एक युवक से विवाद होने के बाद से गायब था. परिजनों ने उसकी तलाश भी की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. दो दिन बाद वह घर लौटा.


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परिजनों को रामू ने बताया कि नाराहट पुलिस ने उसे 2 दिनों तक पकड़कर रखा और उसको मारा भी. युवक के परिजनों के मुताबिक पुलिस ने रामू के पास से 20 हजार रुपए और मोबाइल फोन भी छीन लिया. इसके बाद रामू अपने कमरे में सोने चला गया. सुबह जब परिजनों ने उसके कमरे में जाकर देखा तो रामू फांसी के फंदे से लटका ​मिला. उसने कमरे की दीवार पर कोयले से ललितपुर जिलाधिकारी के नाम एक सुसाइड नोट लिखा था.


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रामू ने सुसाइड नोट में गांव के सोहन नाम के युवक और नाराहट थाना पुलिस को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया. नोट में उसने लिखा कि थाने के दारोगा और मुंशी ने उसे 7 से 9 सितंबर तक जबरन थाने में रोककर मारपीट की. परिजनों ने बताया कि
मामले को दबाने के लिए पुलिस ने रामू के कमरे की दीवार पर कोयले से लिखा सुसाइड नोट मिटा दिया. साथ ही आनन-फानन में मृतक का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार भी करा दिया गया.


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