Vijender Singh Retirement From Politics: बॉक्सर विजेंदर सिंह (Vijender Singh) ने राजनीति को 'राम-राम' कह दिया है. बीजिंग ओलंपिक, 2008 में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले विजेंदर सिंह कांग्रेस (Congress) के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में विजेंदर सिंह साउथ दिल्ली से कांग्रेस के उम्मीदवार थे. विजेंदर सिंह, बीजेपी उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी और आप कैंडिडेट राघव चड्ढा के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे थे. हालांकि, विजेंदर सिंह को इस मुकाबले में शिकस्त मिली थी और रमेश सिंह बिधूड़ी जीत गए थे.


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राजनीति को राम-राम भाई


बता दें कि विजेंदर सिंह ने राजनीति से हटने का ऐलान खुद किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया, 'राजनीति को राम राम भाई'. इस पोस्ट में उन्होंने काला चश्मा लगाए हुए एक इमोजी भी लगाया.



पॉलिटिक्स में क्यों आए थे विजेंदर सिंह?


राजनीति में आने के बाद विजेंदर सिंह ने कहा था कि उन्होंने 20 साल के बॉक्सिंग करियर में रिंग के अंदर देश का सिर हमेशा ऊंचा रखा. अब वह देशवासियों के लिए कुछ करना चाहते हैं. उनकी सेवा करना चाहते हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस का टिकट मिलने के बाद उन्होंने तब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को धन्यवाद भी किया था. हालांकि, चुनाव में हार मिलने के बाद मुखर रूप से विजेंदर सिंह एक्टिव नहीं रह पाए और अब फाइनली उन्होंने राजनीति से हटने का फैसला कर लिया है.


लोकसभा चुनाव में हुई थी करारी हार


गौरतलब है कि लोकसभा इलेक्शन 2019 में विजेंदर सिंह की करारी हार हुई थी. वोट पाने के मामले में वह तीसरे नंबर पर रहे थे. साउथ दिल्ली सीट की वोटिंग में बीजेपी उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी जीते थे. रमेश बिधूड़ी को 6 लाख 87 हजार 14 वोट मिले थे. वहीं, दूसरे नंबर पर रहे आप प्रत्याशी राघव चड्ढा को 3 लाख 19 हजार 971 वोट मिले थे. वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार विजेंदर सिंह को 1 लाख 64 हजार 613 वोटों से संतोष करना पड़ा था.