Snake Myths: फतेहपुर के एक युवक विकास दुबे को 40 दिन के भीतर सातवीं बार सांप ने काट लिया है. उसका इस वक्‍त अस्‍पताल में इलाज चल रहा है. हर तरफ इस खबर की चर्चा हो रही है. मीडिया रिपार्ट्स के मुताबिक विकास का ये भी कहना है कि उसको सपना भी इस तरह का आता रहा है कि उसको सांप नौ बार काटेगा. वह आठ बार बच जाएगा लेकिन नौवीं बार नहीं बचेगा. विकास दुबे ने सांप के फन से बचने के लिए अपना घर-बार छोड़कर रिश्‍तेदारों के यहां डेरा जमाया लेकिन फिर भी वह सांप से नहीं बच सका. इस बार सातवीं बार उसे सांप ने डसा है. इस तरह की आश्‍चर्यजनक बातों को लेकर सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई है. लोग तरह-तरह के सवाल और बहस कर रहे हैं कि क्‍या विकास को एक ही सांप ने बार-बार काटा है या अलग-अलग सांप हैं. ये बहस भी हो रही है कि क्‍या उसके पीछे कोई नागिन है जो बार-बार डस रही है.


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इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि वैज्ञानिक लिहाज से ये संभव नहीं है कि कोई एक ही सांप घूम-घूमकर एक ही व्‍यक्ति को बार-बार काटे क्‍योंकि सांप सिचुएशनल होते हैं. यानी कि वो जहां होते हैं बस वहीं आस-पास ही विचरण कर सकते हैं. उनके लिए ऐसा संभव नहीं है कि वो 10-20 किमी की यात्रा कर सकें. वहीं उनकी मेमोरी ऐसी नहीं होती कि उनको कुछ याद रहता होगा. उसके लिए ये संभव नहीं है. ये वैज्ञानिक रूप से सिद्ध हो चुका है कि उसकी मेमोरी बहुत विकसित नहीं होती.


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मिथक और सत्‍य
इसी लॉजिक के आधार पर कहा जा सकता है कि किसी भी सांप या नागिन में किसी से बदला लेने की क्षमता नहीं होती क्‍योंकि उसकी मेमोरी पावर ऐसी नहीं होती. जब वह किसी को याद रखने की क्षमता ही नहीं रखता तो अपने दिमाग में संबंधित व्‍यक्ति का चित्र बसाकर उससे बदला कैसे लेगा? उसके लिए व्‍यक्ति की पहचान होनी बहुत जरूरी है जोकि सांपों के लिए संभव ही नहीं है. इसलिए ही नागिन द्वारा बदला लेने की बात काल्‍पनिक और फिल्‍मी ही लगती है. उसका वास्‍तविकता के धरातल से कोई लेना देना नहीं.


सांपों/नागिन के बदले लेने के संबंध में जो मिथक या धारणाएं हैं, उस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि खेत/खलिहान में छोटे जीव-जंतुओं को ये सांप मारकर खा लेते हैं. ऐसे में इकोसिस्‍टम के लिहाज से ये उपयोगी रहे हैं. लिहाजा सांपों की प्रजाति को बचाने की गरज से प्राचीन काल में इस तरह की कथा-कहानियां बुनी गईं ताकि सांपों को बचाया जा सके और उनको बेवजह मारा न जाए. धीरे-धीरे वक्‍त के साथ ऐसी धारणाएं बलवती होती गईं और आधुनिक काल में फिल्‍मों इत्‍यादि के माध्‍यम से जेहन में बसी हुई हैं. जबकि सच्‍चाई ये है कि न तो किसी सांप की मेमारी पावर होती है और न ही कोई सांप किसी को मारने या डसने की गरज से लंबी दूरी की यात्रा कर सकता है.


विकास दुबे की कहानी को देखकर यही प्रतीत होता है कि ये बहुत हद तक संयोग की बात हो सकती है कि उनको कई बार सांप ने काट लिया लेकिन ये संभव नहीं है कि एक ही सांप उनका पीछा कर बार-बार उनको काट रहा होगा?