Dharam Sansad: वृंदावन धर्म संसद में 6 मांगों पर बनी सहमति, सरकार से की कानून बनाने की मांग
Dharam Sansad: धर्मसंसद के आयोजन में देश भर के संत समाज के साथ-साथ प्रमुख धर्माचार्य और कुछ कथावाचक भी सम्मलित हुए. सभी ने एक सुर में छह प्रस्ताव पारित करके केंद्र सरकार से उन कानूनों को लागू करने की मांग की है.
Vrindavan dharam sansad: देश में बीते कुछ सालों से धर्म संसद लगाने का चलन जोर पकड़ चुका है. दिल्ली समेत अन्य शहरों में अक्सर धर्म संसद का आयोजन होता रहता है. इस दौरान हिंदुओं और सनातन को एक रखने के लिए अल्पसंख्यक समुदाय के हमेशा एकजुट उत्तर प्रदेश में मथुरा (Mathura News) जनपद के वृन्दावन में आयोजित धर्म संसद में धर्म आधारित मांगों के 6 प्रस्ताव पारित किए गये. संतों ने सरकार से जल्द ही इन मांगों पर अमल कराने की मांग की है. श्रीकृष्ण साधक ट्रस्ट के सभागार में आयोजित धर्म सभा की शुरुआत करते हुए अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के उपाध्यक्ष बिहारी लाल वशिष्ठ ने उत्तर प्रदेश सरकार से संपूर्ण ब्रज मण्डल को तीर्थस्थल घोषित कर अंडा-मांस-मदिरा जैसे पदार्थों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा है.
6 प्रस्तावों को कानून बनाने की मांग
संत स्वामी रमेशानन्द गिरि ने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर, समान शिक्षा, जनसंख्या नियंत्रण, लव-जिहाद नियंत्रण आदि कानून तत्काल प्रभाव से लागू करने का प्रस्ताव पेश किया. धर्म संसद में शामिल हुए जगन दास राठौर ने कृष्ण जन्मभूमि परिसर से शाही ईदगाह एवं मीना मस्जिद को हटाने, वहां हो रही नित्यप्रति की नमाज़ तुरंत बंद कराने तथा वादियों की मांग के अनुसार शाही ईदगाह का जल्द से जल्द सर्वे कराए जाने की मांग रखी.
धर्म संसद की अध्यक्षता कर रहे पीपा द्वाराचार्य बलराम दास ने देशी गाय को राष्ट्र माता घोषित किए जाने की मांग प्रस्तुत की. उन्होंने कहा कि कम से कम उत्तर प्रदेश सरकार भी महाराष्ट्र के समान ही अपने यहां भी देशी गाय को राज्य माता का दर्जा प्रदान करे. श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि इन सभी प्रस्तावों को राज्य एवं केंद्र सरकारों को भेजा जाएगा और जल्द से जल्द इन्हें पूरा कराने की मांग की जाएगी. (इनपुट: भाषा)