चेन्नई : पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंती नटराजन ने शुक्रवार को कांग्रेस छोड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि वह जासूसी कांड को लेकर नरेंद्र मोदी पर हमला नहीं करना चाहती थी लेकिन ‘पार्टी आलाकमान की मर्जी मानते हुए मैंने ऐसा किया।’


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उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं सोचती कि एक मंत्री या प्रवक्ता के तौर पर मेरे लिए यह मुद्दा उठाना सही था। हमें नीति एवं सरकार के मुद्दों को लेकर किसी शख्स पर हमला करना चाहिए।’ यह पूछे जाने पर कि उन्होंने इस मुद्दे पर मोदी को क्यों घेरा, इस पर जयंती ने कहा, ‘मैंने ऐसा किया। मैंने (ऐसा किये जाने का) विरोध नहीं किया। मैं नहीं कह रही हूं कि मैंने विरोध किया और इसके बावजूद उन्होंने मुझे वहां धकेल दिया। मैंने कहा कि मैंने अपने ऐतराज जाहिर किए। पार्टी के एक वफादार सदस्य के तौर पर मैंने दबाव महसूस किया। मैंने सोचा कि ऐसा करना मेरा कर्तव्य है और मैंने वह किया।’


इस मुद्दे पर जयंती ने यह भी कहा कि कांग्रेस के मीडिया सेल के अध्यक्ष अजय माकन ने उस वक्त उन्हें फोन किया था जब वह दौरे पर थीं और कहा कि जासूसी कांड के सिलसिले में मोदी पर हमले के लिए दिल्ली में उनकी जरूरत है।


जयंती ने कहा कि उन्होंने माकन को बता दिया था कि वह एक मंत्री हैं और प्रेस से बात करना ‘बंद कर दिया’ है क्योंकि ऐसा करने से उनके बयान को सरकार का पक्ष समझा जाएगा, लिहाजा किसी प्रवक्ता को बोलना चाहिए।