Mughal Empire and Shah Jahan: मुगल इतिहास की चर्चा आजकल खूब हो रही है. ऐसे में आज बात ताजमहल (Taj Mahal) को बनवाने वाले शाहजहां की उस मोहब्बत की जिसकी मिसालें दी जाती हैं लेकिन ऐसी बातों और दावों पर अब लगातार सवाल उठ रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें सवाल उठाया गया है कि क्या शाहजहां वाकई मुमताज से प्यार करता था? अगर हां तो मुमताज की मौत के बाद उसने निकाह क्यों किया? इस वीडियो में शाहजहां के कार्यकाल और ताजमहल के निर्माण को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं. यह वीडियो लगातार इसलिए भी सुर्खियों में है क्योंकि ये एक विधायक का है जिन्होंने मुगल काल की ऐसी-ऐसी थ्योरी दी है, जिनके बारे में इससे पहले शायद ही आपने सुना होगा.


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इतिहासकारों की नजर में शाहजहां और मुमताज की मोहब्बत


इतिहासकारों के मुताबिक, शाहजहां को मुमताज से इतना प्रेम था कि उनकी हर खुशी मुमताज तक ही सीमित थी. वो मुमताज को जितना चाहता था, उस प्यार का एक हज़ारवां हिस्सा भी अपनी किसी और रानी से नहीं करता था. शाहजहां ने कई निकाह किए लेकिन उसके प्राण मुमताज में बसते थे. शाहजहां ने मुमताज को बराबरी के वो हक दिए जो दूसरी रानियों को नहीं मिले. बादशाह उन्हें हजरत कहकर बुलाते थे. शाहजहां की दूसरी किसी बेगम का निवास इतना भव्य नहीं था जितना मुमताह महल का था. जहां दोनों रहते थे उसे सोने और कीमती पत्थरों से सजाया गया था.


बीबीसी की एक रिपोर्ट में लेखक जसवंत लाल मेहता लिखते हैं, शाहजहां ने मुमताज को कई उपाधियां और ऐसी सुख सुविधाएं दी जो उनसे पहले किसी मुगल रानी को नहीं मिली. मुमताज महल को ‘पादशाह बेगम’, ‘मलिका-ए-जहां’, ‘मलिका-उज़-ज़मा’, और ‘मलिका-ए-हिन्द’ की उपाधि दी.


'शाहजहां-मुमताज के मोहब्बत की बात झूठी'


असम के बीजेपी विधायक रूपज्योति कुर्मी इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं कि ताजमहल मोहब्बत की निशानी है. उनका कहना है कि शाहजहां की मुमताज के लिए मोहब्बत की थ्योरी झूठी थी. गौरतलब है कि मुमताज की मौत शाहजहां के 14 वें बच्चे को जन्म देने के बाद हुई थी. जिसके बाद शाहजहां ने मुमताज की बहन फरजाना ने निकाह कर लिया था. कुछ इतिहासकारों का मानना है कि शाहजहां के जहांआरा से भी संबंध थे. 


(शाहजहां-मुमताज की लव स्टोरी पर सवाल उठ रहे हैं...)

विधायक की थ्योरी


शाहजहां की मुमताज के लिए मोहब्बत की बात झूठी थी और इसे सिद्ध करने के लिए वो अपने तर्क भी पेश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'ताजमहज प्रेम का प्रतीक नहीं है. शाहजहां ने अपनी चौथी पत्नी मुमताज की याद में ताजमहल बनवाया तो फिर शाहजहां ने मुमताज की मौत के बाद तीन और शादियां क्यों की.'


लव स्टोरी की जांच की मांग


विधायक कुर्मी इस तथ्य की भी जांच कराये जाने की मांग कर रहे हैं कि क्या वाकई में मुगल बादशाह शाहजहां, अपनी पत्नी मुमताज से मोहब्बत करता था. उन्होंने कहा कि हमें इतिहास की एक बार और खोज करनी चाहिए क्योंकि शाहजहां के आचरण के अध्ययन ऐसा प्रतीत नहीं होता है कि वो सच में मुमताज से मोहब्बत करता था.


ताजमहल और कुतुब मीनार की जगह बनें भव्य मंदिर


अपने वीडियो में रूपज्योति कुर्मी ने ये भी कहा, 'मैं प्रधानमंत्री से ताजमहल और कुतुब मीनार के तुरंत ध्वस्तीकरण का आग्रह करता हूं. इन दोनों स्मारकों की जगह दुनिया के सबसे खूबसूरत मंदिर बनने चाहिए. उन दोनों मंदिरों की वास्तुकला ऐसी होनी चाहिए कि कोई अन्य स्मारक उनके करीब भी न आ सके. ताजमहल हिंदू राजघराने की संपत्ति से बनाया गया था. 1526 में मुगल भारत आए और बाद में ताजमहल बनाया. शाहजहां ने हिंदू राजाओं से लिए गए धन से ताजमहल बनवाया और वह हमारा पैसा था. उन्होंने अपनी चौथी बेगम के लिए ताजमहल बनवाया. उन्होंने सात पत्नियों से निकाह किया और मुमताज चौथे नंबर की बेगम थी. अगर वह मुमताज से इतना ही प्यार करते थे, तो उन्होंने बाद में और निकाह क्यों किए.' 


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