दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में बारिश की संभावना जताई गई है. बारिश की वजह से ठंड के बढ़ने की भी आशंका है. जानकारी के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बनने वाली चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र और अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से चलने वाली नम हवाओं कि वजह से 23 और 25 जनवरी के बीच पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान में बारिश संभव है. स्काईमेट एजेंसी ने इस बात की संभावना जताई है.


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एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ लगातार दूर होता जा रहा है. राजस्थान के उत्तरी भागों पर मौजूद चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी दूर हो जाएगा. इसके बाद स्थिति ज्यादा स्पष्ट हो सकेगी. हालांकि, उत्तर-पश्चिम भारत में ठडी बर्फीली हवाओं का चलना शुरू हो गया है. इसकी वजह से दिल्ली, पश्चिमी यूपी, राजस्थान, गुजरात और पंजाब के कुछ इलाकों में तापमान में गिरावट देखने को मिली है.


वहीं, दिल्ली में धूप के निकलने के बावजूद शीतलहर जारी है. इधर राजस्थान में भी शीतलहर का कहर लगातार जारी है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक ये बर्फीली हवाएं मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उतर प्रदेश, राजस्थान में ठिठुरन बढ़ाएंगी.


दिल्ली में तीन दिन तक शीतलहर का प्रकोप


जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में तापमान गिरकर 3 डिग्री तक आ सकता है. अब सवाल उठता है कि इस शीतलहर से लोगों को कब राहत मिलेगी? मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, राजस्थान और गुजरात में 18 जनवरी से तपामान में बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है. वहीं, उत्तर भारत के शेष राज्यों में 19 जनवरी से लोगों को ठंड से राहत मिलने की संभावना है.


दरअसल, 19 जनवरी तक पश्चिमी विक्षोभ हिमालय तक पहुंच जाएगा, जिसके बाद मैदानी इलाकों के तापमान में वृद्धि होगी. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दिल्ली में सोमवार से बुधवार के बीच शीतलहर चलेगी. राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है.


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