Mumbai Pollution: मुंबई के आकाश पर बुधवार को धुंध की चादर छा गई, जिसके बाद शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 'मध्यम' श्रेणी में पहुंच गया. शहर में पिछले तीन दिनों से यह प्रक्रिया जारी है. अधिकारियों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी.


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वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार, बुधवार शाम छह बजे मुंबई की हवा में पीएम10 का स्तर 143 था, जबकि दिल्ली में यह आंकड़ा 122 था.


भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की वैज्ञानिक सुषमा नायर ने कहा, ‘‘नमी, प्रति-चक्रवाती वायु प्रसार की उपलब्धता हवा को ऊपर चढ़ने की अनुमति नहीं देती है. इसके कारण हवा में नमी रुक जाती है.' हालांकि, चिकित्सा पेशेवरों ने कहा कि हवा के स्तर में गिरावट के साथ श्वसन संबंधी बीमारियां भी होती हैं.


सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल के फुफ्फुसीय औषधि (पल्मोनरी मेडिसिन) विभाग के संरक्षक डॉ. राजेश शर्मा ने कहा कि आमतौर पर जब हवा की गुणवत्ता बहुत खराब होती है, तो इसमें बहुत अधिक ‘पार्टिकुलेट मैटर’ (पीएम), गैसें और इमारतों में इस्तेमाल होने वाले रसायन होते हैं.


शर्मा ने कहा, ‘जब हवा की गुणवत्ता वास्तव में खराब होती है, और लोग लगातार इसमें (खराब हवा) सांस ले रहे होते हैं, तो उनमें ब्रांकाइटिस विकसित होने की संभावना होती है.’


(एजेंसी इनपुट के साथ)