Weather and Monsoon Update: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बारिश के बाद बादल छाए रहने से लोगों को चिलचिलाती गर्मी से थोड़ी राहत मिली. दिल्ली में तापमान 40 दिनों बाद 40 डिग्री से नीचे आ गया है. लेकिन, जला देने वाली गर्मी से राहत मिली है, लेकिन उमस अब भी परेशान कर रहा है और इस वजह से पसीने वाली गर्मी पड़ने लगी है. अगले एक-दो दिन ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है. इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भी मॉनसून और बारिश को लेकर गुड न्यूज़ दी है और बताया है कि दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून एक बार फिर आगे बढ़ने लगा है.


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दिल्ली में अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री


दिल्ली में रविवार को अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हालांकि, यह अब भी सामान्य से एक डिग्री अधिक है. वहीं, न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है और यह 29.6 डिग्री रहा, जो मौसम के औसत तापमान से दो डिग्री अधिक है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जानकारी देते हुए बताया कि 24 और 25 जून को आंधी-तूफान के साथ बारिश होने की संभावना है. इससे पहले रविवार शाम को दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई थी, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. इससे पहले 12 मई को अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था और 13 मई से लगातार यह 40 डिग्री के ऊपर बना हुआ था.


कहां तक पहुंचा दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून


भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून, दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में 11 जून को जल्दी पहुंच गया था, लेकिन इसके बाद कई दिनों तक ठहर गया. अब मॉनसून रविवार को राज्य में आगे बढ़ गया है. आईएमडी ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि अगले तीन-चार दिन में गुजरात और इससे सटे उत्तरी अरब सागर के कुछ और हिस्सों में पहुंचने के लिए मॉनसून को लेकर स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं. आईएमडी ने अपने मौसम बुलेटिन में कहा, 'दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून अरब सागर, गुजरात राज्य के कुछ और हिस्सों, महाराष्ट्र के शेष हिस्से, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्से, ओडिशा के शेष हिस्से और झारखंड के कुछ हिस्से में आगे बढ़ गया है.'


मौसम विभाग ने बताया कि अगले तीन-चार दिन के दौरान इसके उत्तरी अरब सागर और गुजरात राज्य के कुछ और हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के शेष हिस्सों, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों की ओर बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं. प्रवेश के बाद, दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून कई दिन तक गुजरात के अन्य भागों में आगे नहीं बढ़ा था. दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून आमतौर पर 15 जून को गुजरात में प्रवेश करता है और 20 जून तक अहमदाबाद, सौराष्ट्र के कुछ क्षेत्रों सहित राज्य के अन्य भागों में आगे बढ़ता है. यह 25 जून तक सौराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों और 30 जून तक पूरे राज्य में पहुंच जाता है.


मध्य प्रदेश में शुरू हुई बारिश


दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून दो दिन पहले मध्य प्रदेश में प्रवेश करने के बाद राजधानी भोपाल समेत राज्य के 60 प्रतिशत हिस्से में मॉनसून पहुंच चुका है. मौसम विज्ञान विभाग के भोपाल केंद्र के मौसम विज्ञानी प्रकाश धवले ने बताया कि आगामी दो-तीन दिन में मध्य प्रदेश में मॉनूसन के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं. पश्चिमी विक्षोभ सहित तीन मौसमी प्रणालियां सक्रिय होने के कारण मध्यप्रदेश में बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने बताया कि राज्य में मॉनसून का आगमन तीन दिन की देरी से हुआ है. पिछले साल मॉनसून ने 24 जून को मध्य प्रदेश में दस्तक दी थी और अगले दिन ही पूरे राज्य को कवर कर लिया था.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)