कोलकाता: इलेक्शन कमीशमन ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनाव (West Bengal Election 2021) के चौथे चरण के दौरान कूचबिहार जिले में शीतलचुरि विधान सभा क्षेत्र में फाइरिंग के मामले में CISF को क्लीन चिट दे दी है. इलेक्शन कमीशन ने कहा, गोली चलाना मतदाताओं की जान बचाने के लिए जरूरी हो गया और इसे 'आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताया गया.


क्या कहना है चुनाव आयोग का?


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सीआईएसएफ (CISF) के जवानों द्वारा शनिवार सुबह करीब 11.5 बजे शीतलचुरि के जोर पटकी गांव के आमटोली में बूथ संख्या 126 के पास गोलीबारी से चार लोगों की मौत हो गई. विशेष पर्यवेक्षकों अजय नायक और विवेक दूबे से शाम 5.12 बजे प्राप्त एक संयुक्त रिपोर्ट का हवाला देते हुए, आयोग ने कहा, गोलीबारी मतदाताओं की जान बचाने के लिए की गई. मतदान केंद्र पर मतदानकर्मियों पर हमला किया गया. भीड़ ने सुरक्षा बलों के हथियार भी छीनने का प्रयास किया था.


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SP के बयान का भी उल्लेख


आयोग ने कूचबिहार के एसपी देबाशीष धर द्वारा दिए गए बयान का भी उल्लेख किया, जो समाचार चैनलों पर प्रसारित किया गया था, जिसमें कहा गया था कि सीआईएसएफ कर्मियों ने आत्मरक्षा में गोली चलाई. इससे पहले दिन में, मतदान पर्यवेक्षक शरद लक्ष्मण अहिरे और पुलिस पर्यवेक्षक मदरेड्डी प्रताप द्वारा इसे प्रस्तुत की गई एक अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर, आयोग ने शीतलचुरि विधान सभा क्षेत्र में बूथ संख्या 126 पर मतदान स्थगित कर दिया था.


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