आतंकी `शहादत` से सावधान! पड़ोसी देश से जुड़े तार, बंगाल में आतंक के नए मॉड्यूल का भंडाफोड़
West Bengal News: पश्चिम बंगाल में आतंकियों एक ऐसे मॉड्यूल (Terror Module) का भंडाफोड़ किया है. जिसके तार पड़ोसी देश से जुड़ रहे हैं. लेकिन ये पड़ोसी पाकिस्तान नहीं बल्कि बांग्लादेश है. दरअसल पश्चिम बंगाल में घुसपैठ और आतंकी साज़िश का लगातार भंडाफोड़ हो रहा है. इसी कड़ी में बंगाल STF ने शनिवार को एक नए आतंकी मॉड्यूल का पता लगाया है.
Ansar al Islam Al Qaeda linked terror module Shahadat: आतंक की शहादत से सावधान. ऐसा इसलिए क्योंकि पश्चिम बंगाल (West Bengal) में एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का खुलासा हुआ है. इस टेरर मॉड्यूल का नाम 'शहादत' है. यानी शहादत के नाम वाली बड़ी आतंकी साजिश बेनकाब हुई है. पश्चिम बंगाल की एसटीएफ ने एक आतंकी मॉड्यूल का खुलासा किया है. शहादत नाम के इस आतंकी मॉड्यूल के एक सदस्य को बर्धमान से गिरफ्तार किया गया है. आतंकी से पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि आतंकी मॉड्यूल बांग्लादेश में भी सक्रिय है. इसका संबंध बांग्लादेश के 'अंसार अल इस्लाम' आतंकी संगठन से भी है. जो कि अलकायदा से जुड़ा है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ UAPA के तहत मामला दर्ज किया है.
कैसे काम करता था मॉड्यूल?
ये टेरर मॉड्यूल गुप्त संदेश प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करता था. इसके आतंकी 'BIP' के जरिए आपस में बात करते थे. इनका मकसद भारत-बांग्लादेश के रिश्तों को बिगाड़ना था. इस मॉड्यूल के आतंकवादी भारत-बांग्लांदेश दोनों की संप्रभुता पर निशाना लगा रहे थे. यानी एक आतंकीं संगठन दो देशों के खिलाफ साजिश रच रहा है. अब ये क्या कांड करने वाले थे? ऐसे कई सवालों का जवाब अब इनसे निकलवाया जाएगा.
मॉड्यूल का नाम 'शहादत'
एजेंसियों की जांच में पता चला है कि मॉड्यूल का नाम 'शहादत' है. STF ने इस संगठन से जुड़े एक शख्स मोहम्मद हबीबुल्लाह को गिरफ्तार किया है. बर्धमान जिले में आरोपी के घर से उसे STF ने गिरफ्तार किया है. इसके तार प्रतिबंधित आतंकी संगठन "अंसार अल इस्लाम" जो बांग्लादेश का प्रतिबंधित संगठन है उससे जुड़े है.
अल कायदा से जुड़े तार
"अंसार अल इस्लाम" का कनेक्शन अल कायदा से भी है. आसनसोल दुर्गापुर पुलिस आयुक्तालय के तहत कांकसा में IPC और UAPA की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. अब पुलिस आरोपी आमिर से पूछताछ कर उसके अन्य साथियों के बारे में भी पता लगाने की कोशिश कर रही है. माना जा रहा है कि संगठन का मकसद भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में दरार लाना है.