नई दिल्ली : फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सऐप ने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को पत्र लिखकर कहा कि वह दिल दहलाने वाले हिंसक कृत्यों से आतंकित है. व्हाट्सऐप ने उत्तेजक सामग्री के बार-बार संचार के लिए उसके मंच का दुरुपयोग करने को लेकर भारत सरकार की चिंता को संज्ञान में लेते हुए यह बात कही है.


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आईटी मंत्रालय ने मंगलवार को व्हाट्सऐप को त्वरित कार्रवाई करते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा था कि मंच का उपयोग अवांछनीय कार्यों के लिए नहीं किया जाए. मंत्रालय ने अफवाहों से भरे गैर-जिम्मेदार उत्तेजक संदेशों के मोबाइल के जरिए प्रसार के कारण निर्दोष लोगों की पीट-पीट कर हत्या करने के मामलों के कारण कंपनी को कार्रवाई करने को कहा है.


व्हाट्सऐप ने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा दो जुलाई को लिखे पत्र के जवाह में कहा, "भारत सरकार की तरह हम भी इन भीषण हिसंक कृत्यों को लेकर आतंकित हैं और आपने जिन महत्वपूर्ण मसलों को उठाया, उन पर त्वरित प्रतिक्रिया करना चाहते हैं. हमारा मानना है कि यह यह ऐसी चुनौती जिसमें सरकार, सिविल सोसायटी और प्रौद्योगिकी कंपनियों को मिलकर काम करने की जरूरत है."


व्हाट्सएप के भारत में 20 करोड़ से अधिक मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं. कंपनी ने कई उपाय किए हैं और गलत सूचनाओं के प्रसार और मंच का दुरुपयोग रोकने के लिए इसने पहले ही कार्रवाई की है. 


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भारतीय विशेषज्ञों से मांगी मदद
व्हाट्सऐप ने कहा है कि वह इस पर शोध कराएगी कि भारत में उसके मंच पर अफवाहें आग की तरह तेजी से क्यों फैल रही हैं. उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा समस्याओं की अपनी समझ को बेहतर बनाने पर व्हाट्सऐप ने कहा कि वह भारत में व्हाट्स एप पर गलत जानकारी से संबंधित मुद्दों की खोज में दिलचस्पी रखने वाले शोधकर्ताओं के लिए कई तरह के पुरस्कार शुरू कर रही है.


व्हाट्सऐप के प्रवक्ता ने कहा, "व्हाट्सऐप अपने उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता करता है. हम गलत जानकारी फैलाने के लिए ऑनलाइन मंच का उपयोग करने के तरीके के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए भारत में अग्रणी विशेषज्ञों के साथ काम करने की ओर अग्रसर हैं."