Advocate AP Singh Profile: पूरे देश और दुनिया के कई देशों को झकझोर देनेवाले हाथरस भगदड़ केस की जांच के लिए यूपी सरकार ने न्यायिक आयोग का गठन कर दिया है. हाथरस कांड को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र भेजा गया है. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है. स्थानीय पुलिस ने भी हाथरस कांड में चार से ज्यादा एफआईआर दर्ज की है. 


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सिकंदराराऊ, हाथरस में भगदड़ में गई 120 से ज्यादा लोगों की जान


हाथरस के सिकंदराराऊ में 120 से ज्यादा लोगों की जान लेने वाली भगदड़ के बाद फरार भीड़ को बुलाने वाले वाले स्वयंभू बाबा नारायण साकार हरि उर्फ सूरजपाल जाटव ने अपने बचाव में कई कदम बढ़ाए हैं. इस हृदय विदारक घटना के 30 घंटे बाद सूरजपाल ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी. गुरुवार को जारी अपने लिखित संदेश में उसने कहा कि कुछ अराजक तत्वों ने भगदड़ मचाई. वो तो समागम से बहुत पहले निकल चुके थे. 


सूरजपाल ने अपनी पैरवी के लिए एडवोकेट एपी सिंह को तैनात किया


भगदड़ में मरने वालों के लिए दुख जताने और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करने के साथ ही सूरजपाल ने अदालतों में अपनी पैरवी करने के लिए चर्चित एडवोकेट एपी सिंह को अपना वकील बनाया है. देश में सुर्खियों में रहने वाले ज्यादातर विवादित मामलों में 'विलेन' के वकील रहने वाले एपी सिंह अपने बयानों को लेकर भी चर्चा में शामिल रहते हैं. आइए, इनके बारे में और विस्तार से जानने की कोशिश करते हैं.


हमेशा की तरह सबसे पहले टीवी न्यूज चैनलों पर बयान से शुरुआत


स्थानीय कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक सूरजपाल की पैरवी करने के लिए तैनात एडवोकेट अजय प्रकाश सिंह यानी एपी सिंह ने हमेशा की तरह सबसे पहले टीवी न्यूज चैनलों पर बयान देकर काम की शुरुआत की. उन्होंने सूरजपाल के बचाव में वर्षों से चली आ रही दलीलें दीं. जैसे कि भगदड़ से पहले ही बाबा वहां से रवाना हो गए थे. उन्होंने लोगों को शांत रहने कहा था वगैरह. इसके बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि एडवोकेट एपी सिंह इस मामले में क्या कर पाएंगे. 


निर्भया गैंगरेप केस में आरोपियों की पैरवी, पाई थी शर्मनाक हार


साल 2012 में दिल्ली की सनसनीखेज निर्भया गैंगरेप केस में आरोपियों की पैरवी के साथ एडवोकेट एपी सिंह चर्चा में आए थे. टीवी चैनलों और कोर्ट के अंदर भी अपनी विवादित दलीलों से वह लाखों लोगों के गुस्से की वजह भी बने थे. वे बुरी तरह केस हार गए थे. निर्भया केस के सभी आरोपियों पर दोष साबित हुए. उन्हें फांसी की सजा दी गई. हालांकि, उनके वकील एपी सिंह ने तरह-तरह के कानूनी पैंतरों से केस को लंबा जरूर खींचवा दिया था.


हाथरस गैंगरेप केस में भी आरोपियों की पैरवी, उटपटांग दलीलें


इसके बाद हाथरस में अनुसूचित जाति की लड़की से हुए गैंगरेप के चर्चित केस में भी वह चारों आरोपियों के वकील बने थे. दिल्ली में इलाज के दौरान अस्पताल में पीड़िता की मौत हो जाने के बाद एडवोकेट एपी सिंह ने उसके भाई पर ही हत्या का शक जताया था. उन्होंने मामले पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया था. हालांकि, बाद में वह मामला भी लंबा खींचता रहा.


पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भारत में घुसी सीमा हैदर का केस


पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते छिपकर भारत की सरहद में गैर-कानूनी तरीके से घुसी सीमा हैदर के मामले में भी एडवोकेट एपी सिंह ने अदालती पैरवी की. ऑनलाइन गेम पबजी के जरिए ग्रेटर नोएडा के सचिन मीणा से दोस्ती और प्यार के चक्कर में पाकिस्तान से शादीशुदा और चार बच्चों की मां सीमा हैदर को लेकर तमाम तरह की जांच की गई. पाकिस्तान में सीमा हैदर के पति गुलाम हैदर ने उसकी वापसी के लिए केस कर रखा है. मामला जब सुर्खियों में था तब एडवोकेट एपी सिंह ने भी अपने बयानों और दलीलों से काफी लोगों का ध्यान खींचा.


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कोर्ट से कई बार मिली फटकार, आम लोगों की भी नाराजगी 


मूल रूप से यूपी के रहने वाले एपी सिंह दिल्ली में रहते और सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते हैं. उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से लॉ ग्रेजुएट होने के बाद डॉक्टरेट की डिग्री भी हासिल की है. उन्होंने 1997 में सुप्रीम कोर्ट में वकालत शुरू की थी. एडवोकेट एपी सिंह विवादों और सुर्खियों को वकालत के पेशे का एक हिस्सा मानते हैं. कई मामले में निचली अदालत, दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक से उन्हें फटकार भी खानी पड़ी है. 


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