Who Is Ananya Sharma: भारतीय वायुसेना के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि एक बेटी ने अपने पिता के साथ फाइटर जेट उड़ाई है. ऐसा करने वाली बेटी अनन्या शर्मा और पिता संजय शर्मा की चर्चा पूरे देश में जोर-शोर से हो रही है. अनन्या शर्मा IAF में फ्लाइंग ऑफिसर हैं. अनन्या के इस कदम से उनके पिता संजय शर्मा भी गर्व से लबरेज हैं. आइये आपको बताते हैं इस गर्व के पल के बारे में विस्तार से.


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रच दिया इतिहास


बता दें कि अनन्या शर्मा अपने पिता के साथ फाइटर जेट उड़ाने वाली पहली महिला भारतीय पायलट बन गई हैं. इस बेटी और पिता की जोड़ी ने भारतीय वायुसेना का हॉक-132 एयरक्राफ्ट उड़ाकर इतिहास रच दिया है. अनन्या ने जब होश संभाला तो उन्होंने खुद को भारतीय वायु सेना के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच पाया. उन्होंने अपने पिता से प्रेरणा लेते हुए ठान लिया कि वो भी एक दिन भारतीय वायु सेना का हिस्सा बनेंगी और फाइटर जेट उड़ाएंगी. कोई अन्य पेशा नहीं था जिसकी वह कल्पना कर सकती थीं.


IAF की पहली महिला फाइटर पायलट


2016 में IAF की पहली महिला फाइटर पायलट के रूप में सेवा में आने के बाद, अनन्या ने देखा कि उनका आजीवन सपना अब एक संभावना है. इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्यूनिकेशंस में बीटेक पूरा करने के बाद उन्हें भारतीय वायुसेना की फ्लाइंग ब्रांच की ट्रेनिंग के लिए चुना गया. 


पिता को भी लड़ाकू अभियानों का व्यापक अनुभव


उन्हें दिसंबर 2021 में एक फाइटर पायलट के रूप में कमीशन दिया गया था. अनन्या के पिता एयर कमोडोर संजय शर्मा को 1989 में IAF के फाइटर स्ट्रीम में कमीशन किया गया था. उन्हें फ्रंटलाइन फाइटर स्टेशन के रूप में लड़ाकू अभियानों का व्यापक अनुभव है, साथ ही साथ उन्होंने एक मिग -21 स्क्वाड्रन की भी कमान संभाली है. पिता-पुत्री की जोड़ी ने 30 मई 2022 को इतिहास रच दिया, जब उन्होंने वायु सेना स्टेशन बीदर में हॉक-132 विमान के समान फॉर्मेशन में उड़ान भरी.


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