Who is Phangnon Konyak: संसद का शीतकालीन सत्र खत्म हो गया लेकिन अपने पीछे कई चर्चाओं को छोड़ गया. साथ ही कई सांसदों को चर्चा का विषय बना गया. इन्हीं में से एक नागालैंड की पहली महिला राज्यसभा सांसद फांगनोन कोन्याक भी हैं. कोन्याक ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर उनके आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है. राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि एक अनुसूचित जनजाति समुदाय से होने और महिला सांसद होने के नाते उनकी गरिमा और आत्मसम्मान को राहुल गांधी ने ठेस पहुंचाई. इनके बारे में समझने की जरूरत है कि आखिर ये कौन हैं.


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नागालैंड की पहली महिला राज्यसभा सांसद
असल में बीजेपी से राज्यसभा सांसद फांगनोन कोन्याक ने दावा किया कि संसद में विरोध प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी उनके करीब आकर जोर-जोर से बोले, जिससे वे असहज हो गईं. फांगनोन कोन्याक ने अप्रैल 2022 में इतिहास रचते हुए नागालैंड से राज्यसभा में पहुंचने वाली पहली महिला बनकर इतिहास बनाया. वे नागालैंड की पहली महिला सांसद हैं जिन्होंने राज्यसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता भी की. 


राज्यसभा में हैं उपलब्धियां
बीजेपी से जुड़ी कोन्याक नागालैंड बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष भी रही हैं. कोन्याक के लिए उपलब्धियों का सफर यहां खत्म नहीं होता. 17 जुलाई 2022 को, उन्होंने राज्यसभा में उपाध्यक्षों के पैनल में शामिल होने वाली पहली महिला सदस्य बनने का गौरव प्राप्त किया. इसके एक हफ्ते बाद, उन्होंने राज्यसभा की अध्यक्षता की, जो नागालैंड की किसी महिला सांसद के लिए पहली बार था. उन्होंने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ का आभार व्यक्त किया था.


दिल्ली यूनिवर्सिटी में की है पढ़ाई
नागालैंड के दीमापुर की रहने वाली फांगनोन कोन्याक ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में मास्टर्स किया है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने ट्रांसपोर्ट, पर्यटन और संस्कृति पर समिति, उत्तर-पूर्व क्षेत्र विकास मंत्रालय की परामर्श समिति, महिला सशक्तिकरण पर समिति और शिलांग स्थित नॉर्थ-ईस्टर्न इंदिरा गांधी क्षेत्रीय स्वास्थ्य और चिकित्सा विज्ञान संस्थान की गवर्निंग काउंसिल में भी अपनी सेवाएं दी हैं.


नॉर्थ ईस्ट में महिला नेतृत्व में नई पहचान.. BJP की स्टार गर्ल भी
कोन्याक एक तरह से नॉर्थ ईस्ट में महिला नेतृत्व में नई पहचान बनकर उभरी हैं. साथ ही वे पूरे नॉर्थईस्ट में बीजेपी के नेताओं के बीच एक उदाहरण बनी रहती हैं. उन्होंने राजनीति में महिलाओं के बढ़ते प्रभाव पर जोर देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं को राजनीति और नेतृत्व में उचित स्थान और सम्मान मिल रहा है. उनका यह सफर महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है और नागालैंड के साथ-साथ पूरे देश में महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बन चुका है.