Pune Burger King: विदेशी बर्गर पर भारी पड़ गया देसी स्टाइल बर्गर. अब अगर कोई आपसे पूछे कि इंडिया में बर्गर का किंग कौन है? तो उसे पुणे बर्गर किंग का नाम बताइएगा. पिछले 13 वर्षों से अमेरिका का बर्गर किंग और पुणे के बर्गर किंग के बीच ट्रेडमार्क को लेकर केस चल रहा था. जिसका फैसला आ चुका है. पुणे की कर्मशियल कोर्ट ने माना है कि भारत में बर्गर किंग ट्रेडमार्क, पुणे के बर्गर किंग का ही है, ना कि अमेरिकी कंपनी का.


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पुणे का बर्गर किंग जीत गया केस


- अमेरिकी कंपनी बर्गर किंग कॉरपोरेशन वर्ष 1954 से चल रही है. ये दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में कारोबार करती है.
- इस कंपनी ने वर्ष 2011 में पुणे के एक रेस्टोरेंट के खिलाफ केस किया था.
- पुणे का ये रेस्टोरेंट भी बर्गर किंग नाम से ही संचालित होता था.
- अमेरिकी बर्गर किंग ने इस रेस्टोरेंट पर ट्रेडमार्क उल्लंघन का मामला दर्ज करवाया था.
- करीब 13 वर्ष बाद पुणे की अदालत ने अमेरिकी कंपनी की याचिका को खारिज कर दिया.


अमेरिकी बर्गर किंग को झटका


अमेरिका की बर्गर किंग कॉरपोरेशन का मानना था कि पुणे का रेस्टोरेंट उनके ट्रेडमार्क नाम का दुरुपयोग कर रहा है. लेकिन कोर्ट ने इस मामले में पुणे के रेस्टोरेंट मालिकों के पक्ष में अपना फैसला सुनाया है. ये फैसला अमेरिका की बर्गर किंग कॉरपोरेशन के लिए बड़ा झटका है.


कोर्ट ने फैसले में क्या कहा..


- अपने फैसले में कोर्ट ने कहा कि अमेरिकी बर्गर कंपनी के भारत में दुकान खोलने से पहले से ही पुणे में ये रेस्टोरेंट चल रहा था.
- अमेरिका की बर्गर किंग कॉरपोरेशन ने वर्ष 2014 से भारत में अपनी सेवाएं देना शुरू किया है.
- जबकि पुणे का ये रेस्टोरेंट वर्ष 1991-92 से ही अपनी सेवाएं दे रहा है.


देसी बर्गर किंग ने विदेशी बर्गर किंग को पटखनी दे दी


कोर्ट का मानना है कि बर्गर किंग कॉरपोरेशन के भारत आने के पहले से ही इस नाम पर व्यापार हो रहा था. ऐसे में ट्रेडमार्क को लेकर बर्गर किंग कॉरपोरेशन की आपत्ति गलत है. तो इस तरह से देसी बर्गर किंग ने विदेशी बर्गर किंग को पटखनी दे दी.