Why Is There No Sector 13 In Noida: दिल्ली एनसीआर (Delhi-NCR) में बसा नोएडा उत्तर प्रदेश के सबसे हाईटेक शहरों में से एक है. नोएडा का पूरा नाम न्यू ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (New Okhla Industrial Development Authority) है. नोएडा शहर को बहुत प्लान करके बसाया गया था, इसलिए यहां की सड़कों से लेकर इनके अलग-अलग सेक्टर को बहुत सोच समझकर बांटा गया है. नई टेक्नोलॉजी से लैस इस शहर में अत्याधुनिक सुविधाओं की कोई कमी नहीं है. इसके अलावा नोएडा को इंडस्ट्रियल एरिया के तौर पर जाना जाता है. नोएडा में कई बड़ी-बड़ी एमएनसी कंपनियों ने अपने ऑफिस बनाए हैं. जहां हजारों की संख्या में लोग काम करते हैं. इसके अलावा यहां आपको उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश की एक बड़ी आबादी देखने को मिलेगी.


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कहां गायब हो गया है सेक्टर 13?


जब आप नोएडा के सेक्टर की गिनती करते हैं, तब आपको सेक्टर 13 गायब मिलता है. सुनकर चौंकने की जरूरत नहीं है क्योंकि नोएडा में सेक्टर 10, सेक्टर 11 और सेक्टर 12 के बाद सीधा सेक्टर 14 आ जाता है और सेक्टर 13 आपको देखने को नहीं मिलता है. विज्ञान के क्षेत्र में प्रगति करने वाले इस देश में आपको सुनकर हैरानी होगी कि सेक्टर 13 नोएडा में से नहीं बनाया गया क्योंकि इसे अनलकी नंबर (Unlucky Number) माना जाता है. इतना ही नहीं आपको नोएडा में बनी कई बिल्डिंग्स में भी 13 नंबर के फ्लोर और 13 नंबर के फ्लैट देखने को नहीं मिलेंगे. जब नोएडा बनाया जा रहा था तब यहां के लोगों का मानना था कि 13 नंबर अशुभ होता है. इसकी वजह से शहर बसाते हुए 13 नंबर को पूरी तरह दूर रखा गया.


क्या कहते हैं मनोवैज्ञानिक?


इसे आप अंधविश्वास भी कह सकते हैं लेकिन अथॉरिटी के अधिकारियों ने इस शहर को बसाते हुए ही ऐसा फैसला लिया था. गौरतलब है कि कई अन्य जगहों पर 13 नंबर को अशुभ और अनलकी (Number 13 is Inauspicious and Unlucky) माना जाता है. मनोवैज्ञानिकों इसे थर्टीन डिजिट फोबिया या ट्रिस्काइडेकाफोबिया (Triskaidekaphobia) नाम दिया है. देश के कई होटलों में भी आपको 13 नबंर का कमरा देखने को नहीं मिलता है.