Jamia Millia Islamia Diwali Celebration Controversy: क्या दिल्ली का जामिया मिलिया इस्लामिया दूसरा 'जिन्नालैंड' बन गया है? क्या जामिया यूनिवर्सिटी में हिंदू त्योहारों के लिए कोई जगह नहीं बची है? क्या जामिया के हिंदू स्टूडेंट्स को अपने फेस्टिवल मनाने की इजाज़त नहीं है?  हम ये तमाम सवाल क्यों उठा रहे हैं क्योंकि इस यूनिवर्सिटी में मंगलवार शाम को कुछ ऐसा घट गया, जिसके चलते वहां पर तनाव भरा माहौल पसर गया है. 


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जामिया में ABVP ने किया था दिवाली समारोह


दिल्ली के जामिया यूनिवर्सिटी में ये पूरा बवाल बीती रात उस वक्त शुरू हुआ. जब कैंपस में ABVP के द्वारा दिवाली फेस्टिवल का आयोजन किया गया था. इसी दौरान कुछ दूसरे धर्म के छात्र पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया. दिवाली कार्यक्रम में अल्लाह-ओ-अकबर और फिलिस्तीन ज़िंदाबाद के नारे गूंजने लगे.आरोप है कि हंगामा करने वाले बाहरी छात्र थे और उन्होंने दीयों और रंगोली को पैर से बिगाड़ दिया, जिससे हिंदू छात्रों का गुस्सा भड़क गया. इस दौरान हंगामा और मजहबी नारेबाजी भी की गई. 


बाल्मीकि पूजा पर लगा दी गई रोक


जामिया यूनिवर्सिटी में हिंदुओं से दुर्व्यवहार का सिलसिला यहीं नहीं थमा. रात को दिवाली फेस्टिवल पर फसाद हुआ तो आज सुबह बाल्मीकि पूजा पर बैन लगा दिया गया. यूनिवर्सिटी के दलित समाज की तरफ से हर साल आयोजित होने वाली वाल्मिकी पूजा पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अचानक रोक लगा दी  और महर्षि वाल्मिकी की मूर्ति सहित पूजा करने वाले कर्मचारियों को गेट से अंदर दाखिल नहीं होने दिया गया.


हिंदू छात्रों और कर्मचारियों में भड़का आक्रोश


ये सबकुछ तब हुआ, जबकि वाल्मिकी पूजा के लिए लोकल थाने से परमिशन ली जा चुकी थी.  और तो और आयोजन की फीस जमा कर रसीद भी ले ली गई थी. आरोप है कि ये आयोजन पिछले 6 साल से लगातार जारी था मगर जामिया में दिन ब दिन हिंदुओं के साथ भेदभाव बढ़ता जा रहा है. महज़ दस घंटे के भीतर जामिया कैंपस में हुई दो ऐसी घटनाओं से हिंदू छात्रों और कर्मचारियों में काफी आक्रोश है. ये सवाल फिर बड़ा हो गया है कि क्या जामिया यूनिवर्सिटी जिन्नालैंड की राह पर चल पड़ा है.


बीजेपी ने की कार्रवाई की मांग
  
हैरानी की बात है कि ये पहली बार नहीं है, जब जामिया में दिवाली कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. मगर कल ऐसा क्या हुआ, जो हिंदू कार्यक्रम में माहौल खराब करने की कोशिश की गई. जामिया में ABVP के अध्यक्ष अभिषेक श्रीवास्तव ने बयान जारी करते हुए इस मामले में कार्रवाई की मांग की. साथ ही सवाल उठाया है कि क्या भारत के केंद्रीय विश्वविद्यालय में दीपावली मनाना या भारत माता की जय के नारे लगाना अपराध है? 


वहीं बीजेपी ने भी जामिया में हुई घटना की निंदा की है. जबकि लोनी से बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने सोशल मीडिया पर लिखा- जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में हिन्दू अल्पसंख्यक है. स्थिति भयावह है! आप भविष्य की कल्पना कर सकते है. दिवाली कार्यक्रम में दीपक और रंगोली खराब करने की घटना पर हिंदू धर्मगुरूओं ने भी आपत्ति जताई है.


आज फिर जुटे ABVP कार्यकर्ता लेकिन...


इस घटना के बाद ABVP कार्यकर्ता आज दोपहर फिर जामिया कैंपस पहुंचे लेकिन वहां मौजूद पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया. साथ ही हंगामे की आशंका के बीच पुलिस ने पूरे कैंपस की सुरक्षा बढ़ा दी. दरअसल ABVP कार्यकर्ता दीपावली प्रोग्राम मनाने को लेकर अड़े हुए हैं. जबकि पुलिस-प्रशासन की तरफ से इसकी इजाजत नहीं दी गई है.


(दिल्ली से राजू राज और नीतू झा की रिपोर्ट)