Rajnath Singh on Air Strike: `गाड़ी रोकी और सड़क किनारे खड़े मौलवी के छुए पैर`, राजनाथ ने बताया जिंदगी का अनसुना किस्सा
Rajnath Singh Bihar Visit: राजनाथ बिहार बीजेपी चीफ सम्राट चौधरी के भाषण से प्रभावित नजर आए.उन्होंने कहा, मैं आश्वस्त हूं कि हमारी पार्टी राज्य में पूर्ण बहुमत से अगली सरकार बनाएगी.
Bihar News: भारत ने एक बार फिर दुश्मनों को दो टूक जवाब दिया है. बिहार के रोहतास जिले में शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि बालाकोट एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक से यह मैसेज गया है कि भारत सीमा के अंदर और बाहर अपनी रक्षा कर सकता है. पीएम मोदी की तारीफ करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने महज 10 मिनट तक चली बैठकों में सेना को एक्शन लेने की मंजूरी दे दी थी.
बांधे पीएम मोदी की तारीफों के पुल
इस दौरान उन्होंने सरकार की विभिन्न उपलब्धियों को गिनाते हुए पीएम मोदी की तारीफ की. इसमें यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाना, कोविड-19 में लगाया गया लॉकडाउन और विदेशों में फंसे भारतीय छात्रों को स्वदेश लाना शामिल है.
उन्होंने कहा, मोदी के मेक इन इंडिया आह्वान ने डिफेंस सेक्टर में क्रांति ला दी. हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट जो महज 900 करोड़ रुपये हुआ करता था, अब 16,000 करोड़ रुपये का हो गया है. हम इसे अगले दो साल में 35,000 करोड़ रुपये तक ले जाने जाएंगे. राजनाथ ने बताया कि कुल डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग 1.10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है.
'बिहार में बनाएंगे पूर्ण बहुमत की सरकार'
इस दौरान उन्होंने बिहार की राजनीति पर भी बात की. राजनाथ बिहार बीजेपी चीफ सम्राट चौधरी के भाषण से प्रभावित नजर आए.उन्होंने कहा, मैं आश्वस्त हूं कि हमारी पार्टी राज्य में पूर्ण बहुमत से अगली सरकार बनाएगी. उन्होंने कहा कि देश तेजी से आर्थिक प्रगति कर रहा है और यह आजादी का शताब्दी समारोह मनाये जाने के समय तक एक विकसित राष्ट्र बनने वाला है. राजनाथ ने कहा, 2014 में, भारत दुनिया की टॉप 10 अर्थव्यवस्थाओं की सूची में सबसे निचले नंबर पर था, लेकिन अब टॉप पांच में शामिल हो गया है. मॉर्गन स्टेनले की एक हालिया रिपोर्ट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ग्लोबल फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि हम 2027 तक टॉप तीन देशों में शामिल होंगे.
'टीचर्स को हमेशा याद रखें'
राजनाथ ने छात्रों से कहा कि वे अपने टीचर्स को भी याद रखें. उन्होंने एक व्यक्तिगत घटना याद करते हुए कहा, 'मुझे कभी उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री के तौर पर सेवा देने का सौभाग्य मिला था. जब मैं अपने गृह शहर जा रहा था तभी मैंने एक बूढ़े मौलवी को देखा जो सड़क किनारे खड़े थे. उनके हाथ में एक माला थी. मैंने याद किया कि यह वही व्यक्ति हैं जिन्होंने मुझे बचपन में पढ़ाया था.मैंने कार रोकी, नीचे उतरा और उनके पैर छुए.'