Currency Notes: क्यों महात्मा गांधी के प्रपौत्र बोले- सरकार ने बापू की नोटों से तस्वीर हटाई तो रहेंगे आभारी
Mahatma Gandhi VD Savarkar: तुषार गांधी ने यह भी कहा कि जब से सत्ताधारी दल सत्ता में आया है, तब से वह इतिहास को फिर से लिखने में लगा हुआ है और सरकारी मशीनरी उस इतिहास को मिटाने में एक्टिव है, जिसे सत्ताधारी नापसंद करते हैं.
Mahatma Gandhi Family Tree: महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने सोमवार को कहा कि अगर भारतीय मुद्रा नोटों से बापू की तस्वीर हटा दी जाती है तो वह NDA सरकार के आभारी होंगे. उन्होंने कहा, "अगर वे महात्मा गांधी की तस्वीर करेंसी नोटों से हटाते हैं, तो मैं वर्तमान सरकार का आभारी रहूंगा, क्योंकि यह सिर्फ एक तस्वीर है और मोहनदास करमचंद गांधी या उनकी आत्मा नहीं है, न ही यह किसी विचारधारा का प्रतिनिधित्व करती है."
उन्होंने वडोदरा में एक सवाल के जवाब में कहा, "बापू एक विचारधारा थे, उस विचारधारा को अमर रहना चाहिए, हमें करेंसी नोटों पर उनकी तस्वीर की जरूरत नहीं है. अगर सरकार बापू की तस्वीर हटाती है, तो मैं पहली और आखिरी बार इस सरकार का समर्थन करूंगा."
तुषार गांधी ने यह भी कहा कि जब से सत्ताधारी दल सत्ता में आया है, तब से वह इतिहास को फिर से लिखने में लगा हुआ है और सरकारी मशीनरी उस इतिहास को मिटाने में एक्टिव है, जिसे सत्ताधारी नापसंद करते हैं. उन्होंने कहा, "महात्मा गांधी की हत्या के पीछे जो लोग थे, अगर वे महात्मा गांधी की तारीफ नहीं करते हैं और उनके बारे में अच्छा नहीं बोलते हैं, तो यह समझ में आता है."
सावरकर पर किया ये दावा
उन्होंने यह भी दावा किया कि स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर ने राष्ट्रपिता की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को एक कारगर बंदूक खोजने में मदद की थी. हालांकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की महाराष्ट्र इकाई ने तुषार गांधी की इन टिप्पणियों को निराधार बताया है.
तुषार गांधी ने ट्वीट में कहा, 'सावरकर ने न केवल अंग्रेजों की मदद की, उन्होंने बापू की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को एक कारगर बंदूक खोजने में भी मदद की. बापू की हत्या से दो दिन पहले तक गोडसे के पास एम के गांधी की हत्या के लिए एक विश्वसनीय हथियार नहीं था.'
(इनपुट-IANS/पीटीआई)
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