पद्मावती विवाद: हरियाणा बीजेपी नेता ने दीपिका का सिर काटने वाले को 10 करोड़ देने का किया ऐलान
हरियाणा बीजेपी के चीफ मीडिया कॉर्डिनेटर सूरज पाल अम्मू ने धमकी देते हुए कहा कि हम दीपिका पादुकोण या भंसाली का सिर काटने वाले को 10 करोड़ रुपये देंगे.
चंंडीगढ़: भले ही भारी विरोध के चलते 'पद्मावती' की रिलीज डेट टाल दी गई हो लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. फिल्म के विरोध में बीजेपी के कई नेता खुलकर उतर आए हैं. इसी बीच हरियाणा बीजेपी के चीफ मीडिया कॉर्डिनेटर सूरज पाल अम्मू ने रविवार को एक धमकी भरा बयान दे डाला. ANI न्यूज के मुताबिक, अम्मू ने कहा कि हम दीपिका पादुकोण या भंसाली का सिर काटने वाले को 10 करोड़ रुपये देंगे और उसके परिवार की देखरेख भी करेंगे. इतना ही नहीं, अम्मू ने मेरठ के उस शख्स की तारीफ की जिसने दीपिका पादुकोण का सर काटने वाले को 5 करोड़ रुपय देने की घोषणा की थी. उन्होंने फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका निभाने वाले रणवीर सिंह को धमकी देते हुए कहा, "अगर तुमने अपने शब्द वापस नहीं लिए तो तेरी टांगों को तोड़कर तेरे हाथ में रख देंगे."
अम्मू ने कहा, "मैं मेरठ के उस युवक को बधाई देना चाहता हूं जिसने दीपिका, भंसाली का सिर काटने वाले को 5 करोड़ रुपये देने की बात कही थी. हम दोनों में से किसी का सिर काटने वाले को 10 करोडं देंगे और उ सके परिवार की जरूरतें पूरी करेंगे."
अम्मू ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे बीजेपी से त्यागपत्र देने के लिए भी तैयार हैं लेकिन इस फिल्म को बंद करवाना होगा. उनका संगठन किसी भी हाल में इस फिल्म को रिलीज नहीं होने देगा. उन्होंने कहा कि गुजरात में चुनाव में है और बीजेपी को राजपूतों वोटों की जरूरत है.
बरेली में हुआ विरोध, एक करोड़ के इनाम की घोषणा
बरेली में फिल्म को लेकर रविवार को हंगामा किया गया. फिल्म की हीरोइन दीपिका पादुकोण और निर्देशक संजय लीला भंसाली के 150 पुतलों का सामूहिक दहन किया गया. अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की युवा शाखा ने दीपिका को ‘‘जिन्दा अग्नि कुंड में जलाने’’ वाले को एक करोड़ का इनाम देने की घोषणा भी की है.
बरेली के दामोदर पार्क में आयोजित सभा युवा श्रत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाक्टर भुवनेश्वर सिंह ने घोषणा की कि फिल्म की हीरोइन दीपिका पादुकोण को जिंदा फूंकने वाले को महासभा की ओर से एक करोड़ रूपये का इनाम दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि दीपिका को अहसास कराया जाएगा कि अग्नि में दहन होना कैसा लगता है. हमारी मांग है कि फिल्म रिलीज होने से पहले संगठन के उच्च पदाधिकारियों को दिखाई जाए.