Notice in Bahraich Riot: उत्तर प्रदेश के बहराइच में भीषण बवाल के बाद योगी सरकार अब ग्राउंड जीरो पर बीच एक्टिव हो चुकी है. इसी कड़ी में लोक निर्माण विभाग ने अतिक्रमण हटाने को लेकर आरोपियों के घरों पर नोटिस चस्पा की है. यह नोटिस रामगोपाल मिश्रा की हत्या के मुख्य आरोपी सहित एक दर्जन लोगों के घरों पर लगाई गई है. इसमें अतिक्रमणकारियों को तीन दिनों के भीतर अपने अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया है.


बुलडोजर की कार्रवाई शुरू की जाएगी?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नोटिस में कहा गया कि अगर निर्धारित समय के भीतर अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो बुलडोजर की कार्रवाई शुरू की जाएगी. इस मामले में आरोप है कि इन मुख्य आरोपियों ने बहराइच को सांप्रदायिक हिंसा में धकेलने का प्रयास किया था. अब योगी सरकार उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है.


करीब 20-25 घरों की पहचान!


जानकारी के मुताबिक लोक निर्माण विभाग ने नामजद आरोपी अब्दुल हमीद के मकान समेत करीब 20-25 घरों की पहचान की है और उनके अवैध होने व अतिक्रमण हटाने का नोटिस जारी करने की तैयारी कर रहा है. मामले में पांच संदिग्धों को गुरुवार को उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था. 


'मांग के अनुरूप न्याय नहीं मिल रहा'


उधर सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए युवक की पत्नी ने दावा किया है कि परिवार को मांग के अनुरूप न्याय नहीं मिल रहा. एक वीडियो संदेश में मृतक राम गोपाल मिश्रा की पत्नी रोली मिश्रा ने कहा कि मैं राम गोपाल मिश्रा की पत्नी हूं, जिनकी चार दिन पहले हत्या कर दी गई थी. हम न्याय की मांग कर रहे हैं, जो हमें नहीं मिल रहा. प्रशासन हमें न्याय नहीं दिला पा रहा. रोली ने कहा कि दोषी पकड़े जरूर गए हैं, लेकिन मारे नहीं गए हैं. रोली ने कहा कि पुलिस और प्रशासन हमारे साथ अन्याय कर रहे हैं. हमें वह नहीं मिल रहा जो हम चाहते हैं.


इससे पहले, रोली ने बहराइच हिंसा के दोषियों के लिए मौत की सजा की मांग की थी. हिंसा के बाद जब रोली से पूछा गया कि वह दोषियों के लिए क्या सजा चाहती हैं, तो उन्होंने कहा कि हम उनकी मौत चाहते हैं. इस बीच, मृतक के पिता कैलाश नाथ मिश्रा ने कहा था कि जिस तरह उनके बेटे की मौत हुई, उसी तरह आरोपी को मारा जाए. agency input