नई दिल्ली: क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने अपने पिता योगराज सिंह (Yograj Singh) के विवादास्पद बयान के लिए माफी मांगी है. योगराज सिंह ने किसान आंदोलन (Farmers Protest) के समर्थन में हिंदुओं को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिस पर काफी बवाल मचा था. सोशल मीडिया पर उनकी गिरफ्तारी की मांग भी उठी थी. अब युवराज सिंह ने पिता के बयान पर माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि इस मामले में उनकी सोच अपने पिता से मेल नहीं खाती.


आज है Yuvraj का जन्मदिन 


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युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है, ‘मैं इस देश का महान बेटा हूं. मेरी विचारधारा किसी भी तरीके से अपने पिता की सोच से मेल नहीं खाती’. उन्होंने आगे कहा है कि वो इस साल अपना जन्मदिन मनाने के बजाय सरकार और किसानों के बीच चल रही बातचीत के जल्द सफल होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. युवराज का मानना है कि ऐसी कोई समस्या नही है, जिसे शांतिपूर्ण बातचीत से हल न किया जा सके. गौरतलब है कि युवराज सिंह का जन्मदिन 12 दिसंबर को आता है.


मर्यादा भूल गए थे Yograj 
कुछ दिनों पहले योगराज (Yograj Singh) किसान आंदोलन (Farmers Protest)का समर्थन करने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने भाषण भी दिया, जिसमें वह शब्दों की मर्यादा ही भूल गए. खबरों के मुताबिक, उन्होंने हिंदुओं के लिए गद्दार शब्द इस्तेमाल किया था. योगराज ने कहा था, ‘ये हिंदू गद्दार हैं, सौ साल मुगलों की गुलामी की’. इतना ही नहीं, उन्होंने महिलाओं को लेकर भी विवादास्पद बयान दिया, जिसके बाद से सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. ट्विटर पर #ArrestYograjSingh ट्रेंड करने लगा.


 



 


Dhoni पर भी दिया था बयान


योगराज के भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने उन्हें जमकर निशाना बनाया था. कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा था कि युवराज सिंह के पिता ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है, उसके लिए उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. वैसे, इससे पहले भी योगराज सिंह कई बार विवादास्पद बयान दे चुके हैं. उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेकर भी बयान दिया था, जब उनके बेटे युवराज सिंह को टीम इंडिया में जगह नहीं मिल रही थी. उनके इस बयान पर काफी बवाल हुआ था. इतना ही नहीं उन्होंने अंबाती रायडू के संन्‍यास को लेकर भी धोनी पर निशाना साधा था. गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ बड़ी संख्या में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं.