Zee MATRIZE Opinion Poll: आज महाराष्ट्र में हुए चुनाव तो किसकी बनेगी सरकार, कौन बनेगा सीएम? जनता ने जवाब से किया हैरान
Zee News Opinion Poll: महाराष्ट्र की जनता का मूड जानने के लिए हमने सभी 288 सीटों पर 36 हजार लोगों की राय जानने की कोशिश की. इन 36 हजार लोगों में 21 हजार 600 पुरुष और 14 हजार 400 महिलाओं की राय है.
Maharashtra Opinion Poll: महाराष्ट्र में 2024 में विधानसभा चुनाव होंगे. लेकिन उससे पहले महाराष्ट्र की जनता का मूड जानने के लिए ZEE NEWS के लिए MATRIZE ने ओपिनियन पोल किया है. ये ओपिनियन पोल 23 मई से 11 जून के दौरान किया गया. इसके लिए महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों पर 36 हजार लोगों की राय ली गई है. ये चुनाव के नतीजे नहीं हैं, सिर्फ ओपिनियन पोल है और इसको किसी भी प्रकार से चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश ना समझा जाए.
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली महाविकास अघाड़ी की सत्ता छिनने और BJP और शिवसेना शिंदे गुट के सत्ता में आने का एक साल इसी महीने पूरा हो रहा है. इस एक साल में महाराष्ट्र की राजनीति कितनी बदली? शिवसेना में हुए बंटवारे के बारे में मराठी मानुष क्या सोचता है? और सबसे बड़ा सवाल ये कि अगर आज विधानसभा चुनाव हो जाए तो महाराष्ट्र की जनता किसका साथ देगी? ZEE NEWS और MATRIZE के सबसे बड़े ओपिनियन पोल में आज इन सब सवालों का जवाब मिलेगा.
क्या है सैंपल साइज
ZEE NEWS लेकर आया है महाराष्ट्र का सबसे बड़ा, सबसे सटीक और सबसे भरोसेमंद OPINION POLL. हमारे ये दावे खोखले नहीं हैं क्योंकि महाराष्ट्र की जनता का मूड जानने के लिए हमने सभी 288 सीटों पर 36 हजार लोगों की राय जानने की कोशिश की. इन 36 हजार लोगों में 21 हजार 600 पुरुष और 14 हजार 400 महिलाओं की राय है. ओपिनियन पोल से जुड़ी टीम ने 23 मई से 11 जून तक लोगों से बातचीत की और कई मुद्दों पर तैयार सवालों के जवाब पूछे.
इन्हीं सवालों के जो जवाब मिले उसके आधार पर हमने OPINION POLL के आंकड़े तैयार किए हैं. आपको बता दें इस ओपिनियन पोल में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 पर्सेंट है.
महाराष्ट्र में अगर आज चुनाव हुए तो किसकी बनेगी सरकार.ओपिनियन पोल की शुरुआत इसी सवाल के जवाब से करते हैं. बात करते हैं महाराष्ट्र के वोट शेयर की.
किसको कितना मिलेगा वोट शेयर?
अगर अभी चुनाव होते हैं तो ZEE NEWS के लिए MATRIZE के ओपिनियन पोल के मुताबिक महाराष्ट्र में BJP और शिवसेना शिंदे गुट के गठबंधन को 46 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है.वहीं महाविकास अघाड़ी यानी कांग्रेस, NCP और शिवसेना उद्धव गुट को 35 फीसदी वोट मिल सकता है.जबकि MNS को 3 फीसदी वोट और अन्य को 16 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है.
और अब बारी सीटों की.अगर अभी विधानसभा चुनाव हों तो महाराष्ट्र में किसकी सरकार बन सकती है. ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी गठबंधन को 165 से 185 सीटें मिलने का अनुमान है. यानी ओपिनियन पोल में बीजेपी गठबंधन आराम से बहुमत का आंकड़ा 145 हासिल करती दिखाई दे रहा है. वहीं कांग्रेस गठबंधन यानी महाविकास अघाड़ी को 88 से 108 सीटें मिल सकती हैं.ओपिनियन पोल में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को दो से पांच सीट और अन्य को 12 से 22 सीटें मिलने का अनुमान है.
अलग-अलग पार्टियों की बात करें तो ZEE NEWS के लिए MATRIZE के ओपिनियन पोल में अकेले बीजेपी को 121 से 131 सीटें मिल सकती हैं.एकनाथ शिंदे शिवसेना गुट को 44 से 54 सीटें मिल सकती हैं. वहीं महाविकास अघाड़ी में शामिल उद्धव ठाकरे की शिवसेना को 8 से 18 सीटें मिलने का अनुमान है. कांग्रेस को 39 से 49 सीट और एनसीपी को 41 से 51 सीट मिल सकती है. MNS को दो से पांच सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है.जबकि अन्य को 12 से 22 सीटें मिल सकती हैं.
विधानसभा में किसके पास कितनी सीटें?
288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा की मौजूदा स्थिति की बात की जाए तो NDA में शामिल दलों की सीटों की संख्या 162 है. विपक्ष के महाविकास अघाड़ी गठबंधन के पास 121 सीटें हैं और अन्य के खाते में 5 सीटें, जिनमें असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के दो विधायक भी शामिल हैं.
वहीं NDA के पास जो 162 सीटें हैं. उसमें BJP की 105, शिंदे गुट की 40, प्रखर जनशक्ति पार्टी की 2 सीटें, अन्य दलों की 3 सीटें और 12 निर्दलीय विधायक शामिल हैं.
वहीं विपक्ष के महाविकास अघाड़ी गठबंधन की बात की जाए तो उनके कुल 121 विधायक हैं, जिसमें NCP के 53, कांग्रेस के 45, उद्धव गुट के 16, समाजवादी पार्टी के दो और अन्य दलों के पांच विधायक शामिल हैं.
अब रुख करते हैं सवालों का
ओपिनियन पोल के दौरान हमारा सवाल था कि मौजूदा राज्य सरकार का कामकाज कैसा है?
47 प्रतिशत लोगों ने इसे बहुत बेहतर बताया जबकि 30 प्रतिशत लोगों ने संतोषजनक माना. मौजूदा राज्य सरकार के कामकाज को 19 प्रतिशत लोगों ने बेहद ख़राब बताया जबकि चार प्रतिशत लोगों ने राज्य सरकार के कामकाज पर कोई टिप्पणी नहीं की.
मुख्यमंत्री के तौर पर एकनाथ शिंदे का कामकाज कैसा है?
51 प्रतिशत लोगों ने इसे बहुत बेहतर बताया जबकि 27 प्रतिशत लोगों ने इसे संतोषजनक करार दिया. हालांकि 17 फीसदी लोग इसे बेहद खराब मानते दिखे, जबकि पांच प्रतिशत लोग शिंदे सरकार के कामकाज पर कोई राय नहीं दे पाए.
आपके क्षेत्र के विधायक का कामकाज कैसा है?
जवाब में 45% लोगों ने बहुत बेहतर बताया, तो 28% लोगों ने संतोषजनक माना. इसी तरह 23% लोगों की नजर में विधायकों का कामकाज बेहद ख़राब रहा, तो चार प्रतिशत लोगों ने कहा कि वो इसके बारे में कुछ कह नहीं सकते.
आज विधानसभा चुनाव हों तो विधायक बदलना चाहेंगे?
इसके जवाब में 38% लोगों ने कहा कि हां, मौका मिलने पर वो विधायक बदलना चाहेंगे, जबकि 43 लोगों ने कहा कि वो अपना विधायक नहीं बदलना चाहेंगे. हालांकि 19% लोगों ने कहा कि अभी वो नहीं बता सकते कि वो इस वक्त विधायक को बदलना चाहेंगे या नहीं.
शिवसेना में बंटवारे के लिए आप किसे ज़िम्मेदार मानते हैं?
42 प्रतिशत लोगों ने उद्धव ठाकरे को जिम्मेदार ठहराया और 23 प्रतिशत लोगों ने एकनाथ शिंदे को इसका जिम्मेदार बताया. हालांकि फीसदी लोगों ने दोनों नेताओं को शिवसेना में बंटवारे का जिम्मेदार बताया जबकि पांच प्रतिशत लोगों ने इस पर कोई राय नहीं दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कामकाज कैसा रहा?
जवाब में 63 प्रतिशत लोगों ने इसे बहुत बेहतर कहा तो 21 प्रतिशत लोगों ने PM मोदी के कामकाज को संतोषजनक बताया. हालांकि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल को 16 प्रतिशत लोगों ने बेहद खराब भी करार दिया.
महाराष्ट्र का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा क्या है?
जवाब में 28 प्रतिशत लोगों ने स्थानीय विकास के काम को मुद्दा बताया. जबकि 22 प्रतिशत लोगों ने रोजगार को बड़ा मुद्दा माना. वहीं 14 फीसदी लोगों ने किसानों से जुड़े मुद्दे को सबसे महत्वपूर्ण कहा, तो 9 प्रतिशत लोगों ने महंगाई और 6 फीसदी लोगों ने भ्रष्टाचार को सबसे बड़ा मुद्दा बताया. यही नहीं, पांच प्रतिशत लोगों के लिए कानून व्यवस्था सबसे बड़ा मुद्दा रहा तो 16 प्रतिशत लोगों ने अन्य मुद्दों की बात की.
अगले विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री की पसंद कौन है?
जवाब में 26 प्रतिशत लोगों ने एकनाथ शिंदे को अपनी पसंद बताया तो 23 प्रतिशत लोगों की पसंद के साथ देवेंद्र फडणवीस उन्हें कड़ी टक्कर देते दिखे. वहीं उद्धव ठाकरे 11 प्रतिशत लोगों की पसंद रहे तो कांग्रेस के अशोक चव्हाण को 9 प्रतिशत लोगों ने अपनी पसंद बताया. NCP के अजित पवार सात प्रतिशत लोगों की पसंद रहे जबकि दूसरे कुछ नेताओं को 24 प्रतिशत लोगों ने अपनी पसंद बताया.
अब बात करते हैं कि महाराष्ट्र में किस जाति का वोट किस पार्टी को गया है.महाराष्ट्र में मराठी अस्मिता को लेकर सबसे ज्यादा राजनीति होती है. इसलिए पहले बात करते हैं मराठा वोटर्स की.
ओपिनियन पोल के मुताबिक 52 फीसदी मराठा वोट बीजेपी गठबंधन के पाले में जा सकता है..वहीं 42 फीसदी मराठा वोट महाविकास अघाड़ी को मिलने का अनुमान है..
ओबीसी की बात करें तो 48 फीसदी वोट बीजेपी गठबंधन को मिल सकता है..जबकि 40 फीसदी ओबीसी वोट कांग्रेस गठबंधन के खाते में जा सकता है.
सवर्ण हिंदू वोट की बात करें तो 54 फीसदी सवर्ण हिंदू वोट बीजेपी गठबंधन को मिल सकता है..जबकि 32 फीसदी सवर्ण हिंदू कांग्रेस गठबंधन को वोट दे सकते हैं.
दलित वोटों में 42 फीसदी अनुसूचित जातियों का वोट बीजेपी गठबंधन को मिल सकता है..जबकि 46 फीसदी अनुसूचित जातियों का वोट कांग्रेस गठबंधन को मिलने का अनुमान है.
वहीं 41 फीसदी अनुसूचित जनजातियों का वोट बीजेपी गठबंधन को और 47 फीसदी अनुसूचित जनजातियों का वोट कांग्रेस गठबंधन को मिल सकता है.
2019 से 2024 के बीच बनी दो गठबंधन सरकारों में से कौन बेहतर?
जब हमने ये सवाल पूछा तो 48 प्रतिशत महाराष्ट्र की जनता NDA यानी BJP और शिवसेना शिंदे गुट के पक्ष में दिखी. जबकि MVA यानी शिवसेना उद्धव गुट, CONG और NCP गठबंधन वाली सरकार को 32 प्रतिशत लोगों ने बेहतर बताया. लेकिन 17 प्रतिशत लोग ऐसे रहे जिन्होंने दोनों गठबंधन की सरकारों को एक जैसी बताया. जबकि तीन फीसदी लोग इस पर कोई राय नहीं दे पाए.
2019 में शिवसेना का कांग्रेस और NCP के साथ सरकार बनाना कितना सही था?
जवाब में 57 प्रतिशत लोगों ने इसे गलत निर्णय करार दिया. जबकि 16 प्रतिशत लोगों ने शिवसेना के कांग्रेस और NCP के साथ सरकार बनाने के फैसले को सही बताया. नए गठबंधन को 21 प्रतिशत लोगों ने कुछ हद तक सही कहा तो 6 प्रतिशत लोग इस पर कोई राय नहीं दे पाए.
मुख्यमंत्री के तौर पर उद्धव ठाकरे का कामकाज कैसा रहा?
जवाब में 21 प्रतिशत लोगों ने बतौर मुख्यमंत्री उद्धव के कामकाज को बहुत बेहतर कहा... तो 27 फीसदी लोगों ने इसे संतोषजनक करार दिया. हालांकि बतौर मुख्यमंत्री उद्धव के कामकाज को 45 प्रतिशत लोगों ने बेहद ख़राब कहा तो 7 प्रतिशत लोग इस सवाल पर अपना नजरिया साफ साफ नहीं रख पाए.
डबल इंजन सरकार से महाराष्ट्र को कितना फ़ायदा हुआ है?
35 प्रतिशत लोगों ने कहा बहुत ज़्यादा फायदा हुआ है, तो 41 प्रतिशत लोगों ने कहा कि डबल इंजन सरकार से कुछ हद तक फायदा हुआ. इससे उलट 22 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इससे कोई फायदा नहीं हुआ जबकि 2 प्रतिशत लोग किसी तरह की राय नहीं रख पाए.