Zee Sammelan 2022: जी सम्मेलन-2022 के 'तेल का महंगा खेल' में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शिरकत की. हरदीप सिंह पुरी ने जी न्यूज के मंच पर तेल की बढ़ती कीमतों पर बात की और आने वाले दिनों में तेल को लेकर आने वाली चुनौतियों पर अपनी बात रखी. 


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हरदीप सिंह पुरी ने कहा, 'दुनियाभर के सामने इस समय जो चुनौतियां हैं उनमें से तेल की ज्यादा कीमत भी एक है. पिछले 2 साल महामारी के कारण ग्लोबली इकोनॉमी एक्टिविटी पर रोक लगाई गई थी. 2022 में जब भारत में लॉकडाउन नहीं था, तब दुनियाभर में लॉकडाउन था. उस समय तेल का दाम 19 डॉलर और 56 सेंट था. तेल की मांग नहीं थी, इस वजह से कीमत कम हो गई थी. पिछले दिनों मांग बढ़ने औऱ रूस-यूक्रेन जंग के कारण तेल की कीमत 120 डॉलर से भी ज्यादा हो गई.'


हरदीप पुरी ने कहा कि जब टोटल लॉकडाउन था और दुनियाभर में जो डिसिजनमेकर्स हैं, उन्हें Life और Livelihood के बीच में से एक चुनना था. हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि दुनिया के ज्यादातर देशों में तेल को लेकर चुनौतिया बढ़ रही हैं. अगर कच्चे तेल की कीमत 120 डॉलर प्रति बैरल रही तो ये चुनौतियां और बढ़ सकती हैं. अगर रूस से तेल नहीं खरीदेंगे तो किस देश से खरीदेंगे. पहले हम सऊदी अरब और यूएई से तेल खरीद रहे थे, लेकिन अगर दाम बढ़ेगा तो हमें सोचना तो पड़ेगा ही. 


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सरकार ने दी लोगों को राहत


हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि देश में 6 करोड़ लोग रोजाना पेट्रोल पंप पर तेल भरवाने जाते हैं. मोदी सरकार की कोशिश है कि लोगों को कम कीमत में पेट्रोल-डीजल मिले. इसके लिए केंद्र सरकार ने दो बार पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम की. बीजेपी शासित राज्य सरकारों ने भी वैट कम किया. लेकिन विपक्षी सरकारों ने तेल की कीमतों से वैट कम नहीं किया.


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