आदत है बदल डालो: ज्यादातर युवा जूझ रहे हैं इस आदत से, नेगेटिव इमोशंस आपके लिए हैं बेहद हानिकारक
Aadat Hai Badal Dalo: अगर आप भी लाइफ में बहुत ज्यादा नेगेटिविटी से जूझ रहे हैं और अपने अंदर सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं, तो आप इन चीजों को अपनाकर खुद को चेंज कर सकते हैं. आइए जानते हैं वो कौन-सी आदतें हैं...
Aadat Hai Badal Dalo: हमारी लाइफ पर अच्छी और बुरी आदतों का बहुत फर्क पड़ता है. कई बार हम अपनी आदतों के सामने मजबूर हो जाते हैं. ये जानते हुए कि हमारी कुछ आदतें हमें आगे बढ़ने नहीं दे रही, लेकिन फिर भी हम उसे छोड़ नहीं पाते. इनमें से एक है हर बात में नकारात्मक सोचने की आदत. इसके कारण और भी कई गलत आदतें आपके अंदर घर करने लगती हैं. इनसे आप पीछा छुड़ाना चाहते होंगे, लेकिन ऐसा कर नहीं पाते होंगे.
वर्किंग लोगों को ये समझना जरूरी है कि उनकी कौन सी आदतों के कारण उनकी प्रोफेशनल लाइफ पर क्या असर पड़ सकता है. आज 'आदत है बदल डालो' (Aadat Hai Badal Dalo) की इस सीरीज के तहत जानें कि नेगेटिव सोचने की आदत आपके लिए बेहद हानिकारक हो सकती है. इसे वक्त रहते बदलना जरूरी होता है.
तैयार करें बुरी आदतों की लिस्ट
जिन आदतों को आप बदलना चाहते हैं, उसकी एक लिस्ट बनाएं. ऐसा करके आपको बुरा महसूस नहीं करना है, बल्कि इससे आप उन चीजों के बारे में अधिक जागरूक होंगे, जिन्हें आप बदलना चाहते हैं. हालांकि, सभी को बुरी आदतों को एक साथ बदलने की कोशिश करने की बजाय, केवल एक या दो को चुनें. जब आप इस प्रैक्टिस को कर रहे हों, तो खुद से ईमानदार रहें.
अच्छी आदतों को लिखें
एक बार में एक आदत लें और उस आदत का पॉसिटिव पहलू एक पेज पर लिखें. जैसे- आपने लिखा, ‘मैं अनहेल्दी जंक फूड खाता/खाती हूं, जो मुझे सुस्त महसूस कराता है.’ इसका सकारात्मक पक्ष होगा, ‘मैं हेल्दी फूड खाना पसंद करता/करती हूं, जो मेरे मन और शरीर को एनर्जेटिक बनाता है.’
इसके बाद एक सकारात्मक आदत पर काम करना शुरू करें. सबसे पहले उस आदत को चुनें, जिसे आप जल्द से जल्द अपने जीवन में शामिल करना चाहते हैं. इसके बाद अपने फोन में रिमाइंडर सेट करें.
रोज सुबह ये करें
सुबह उठकर सभी सकारात्मक आदतों को लिखें, जिन पर आप अमल करना चाहते हैं. रात को सोने से पहले भी एक बार फिर उन्हें लिखें. धीर-धीरे अच्छी आदतों को लिखने की प्रैक्टिस ब्रेन को मजबूत तंत्रिका नेटवर्क बनाने की अनुभूति देगा, जो अच्छी आदतों को आपके जीवन का हिस्सा बना देगा.
नेगेटिव इमोशंस से ऐसे पाएं निजात
ज्यादातर बुरी आदतें हमारे अंदर मौजूद किसी ऐसी जरूरत के कारण आती है, जो अधूरी रह गई हो. इन गलत आदतों को दूर करने के लिए हमें अपनी आंतरिक भावनाओं से निपटना होगा. हर दिन 15-20 मिनट मौन बैठने की कोशिश करें.
कुछ देरसचेत सांस लेने के बाद आप जिन नकारात्मक भावनाओं को महसूस करते हैं उन्हें स्वीकार करें. अब खुद को याद दिलाएं कि आपको इस नेगेटिविटी को जकड़ कर नहीं रहना है, क्योंकि आप खूबसूरत हैं, अपनों के प्रिय हैं और एक हेल्दी-हैप्पी लाइफ जीने के पूरी तरह से हकदार हैं.