Agniveer Bharti: Indian Army ने अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में बदलाव का ऐलान, मुश्किल होगा सेना में नौकरी पाना? जानें
Agniveer Bharti Process: अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के तहत अभी कैंडिडेट्स को फिजिकल फिटनेस टेस्ट देना पड़ता है. इसके बाद मेडिकल टेस्ट और ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम में उपस्थित होना अंतिम चरण था, लेकिन अब इसमें बदलाव किए गए हैं. जानें यहां...
Indian Army Changed Agniveer Bharti Process Rules: इंडियन आर्मी में भर्ती के इच्छुक युवाओं के लिए यह खबर बेहद काम की है. दरअसल, भारतीय सेना ने अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में बदलाव का ऐलान किया है. अब अग्निवीर भर्ती के तहत आर्मी जॉइन करने के इच्छुक युवाओं को सबसे पहले ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (CEE) क्वालिफाई करना होगा.
इसके बाद ही वे फिजिकल फिटनेस टेस्ट (Physical Fitness Test ) और मेडिकल टेस्ट (Medical Test) में शामिल हो सकेंगे. सेना द्वारा प्रक्रिया में बदलाव के संबंध में विज्ञापन दिए जा रहे हैं. प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फरवरी में ही सेना की ओर से इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी किए जाने की संभावना है.
अप्रैल में होगा कॉमन एंट्रेंस एग्जाम
आर्मी के उच्च स्तरीय सूत्रों के मुताबिक पहला ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन अप्रैल में किया जाएगा. सामान्य प्रवेश परीक्षा देश भर मे करीब 200 स्थानों पर आयोजित की जाएगी. इसके लिए सभी तैयारियों की जा चुकी है. सूत्रों के मुताबिक बदली गई कार्यप्रणाली का उद्देश्य सिलेक्शन के दौरान संज्ञानात्मक पहलू पर ज्यादा फौकस सुनिश्चित करना है. वहीं, भर्ती रैलियों के दौरान होने वाली व्यापक भीड़ भी काफी हद तक कम हो सकेगी.
इंडियन आर्मी विज्ञापन
बता दें कि एक प्रमुख अखबार में बीते शुक्रवार को 'ट्रांसफॉर्मेशनल चेंजेज इन रिक्रूटमेंट इन इंडियन आर्मी' शीर्षक से प्रकाशित विज्ञापन के जरिए भर्ती प्रक्रिया के लिए तीन चरणों वाली नई कार्यप्रणाली की सूचना दी गई है. पहला चरण ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम होगा. इसके बाद इस एग्जाम में चयनित कैंडिडेट्स को फिजिकल फिटनेस और मेडिकल टेस्ट के लिए आमंत्रित किया जाएगा.
अग्निवीर भर्ती के लिए अब तक यह है प्रक्रिया
अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के तहत अभी कैंडिडेट्स को फिजिकल फिटनेस टेस्ट देना पड़ता है. इसके बाद मेडिकल टेस्ट और ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम में उपस्थित होना अंतिम चरण था, लेकिन अब एंट्रेंस एग्जाम पहला चरण है. इससे अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग आसान बनाने में भी काफी मदद मिलेगी.