नई दिल्ली: भारतीय सेना में नौकरी करने की इच्छा रखने वाले अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है. भारतीय सेना में सिपाही स्तर पर चार साल की सर्विस के फार्मुले को मंजूरी दे दी गई है. अभ्यर्थी थलसेना, नौसेना और वायुसेना में से किसी भी एक सेना में रह कर चार साल की सर्विस कर सकेंगे. भारतीय सेना की ओर से जल्द ही नई नीति लागू कर दी जाएगी. नए नियमों के अनुसार, कुल 40,000 अभ्यर्थियों को तीनों सेना में भर्ती किया जाएगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्र सरकार की ओर से भारतीय सेना में भर्ती के लिए नई नियमों को मंजूरी दे दी गई है. हालांकि, सोमवार को तीनों सेना के प्रमुखों की प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई थी, जिसे बाद में स्थगित कर दिया गया था. दरअसल, तीनों सेना प्रमुखों को इस नई पॉलिसी के बारे में बताने को कहा गया था, क्योंकि यह निर्णय अपने आप में एक क्रांतिकारी निर्णय साबित हो सकता है. 


नए नियमों के तहत तीनों सेना में कुल 40,000 अभ्यर्थियों की भर्तियां की जाएंगी. ध्यान दें कि इस भर्ती के लिए केवल 17 साल से 21 साल के युवा ही आवेदन कर सकेंगे. चार साल की सर्विस के पूरा हेने के बाद अभ्यर्थियों को वापस भेज दिया जाएगा. हालांकि, 25 प्रतिशत सिपाहियों को उनके परफार्मेस के मुताबिक 15 साल के लिए स्थाई कर दिया जाएगा. वापिस भेजे जाने वाले अभ्यर्थियों को पेंशन का लाभ नहीं दिया जाएगा, लेकिन उन्हें ब्याज समेत 10 लाख रुपए दिए जाएंगे. साथ ही इन पदों के लिए चयनित अभ्यर्थियों को प्रति माह 30 से 40 हजार रुपए सैलरी दी जाएगी. इसके अलावा सैनिकों को जोखिम भत्ता भी दिया जाएगा. सिपाहियों का 48 लाख रुपए का बीमा भी करवाया जाएगा. वहीं सैनिक के किसी कारणवश विकलांग होने पर उसे 15 से 44 लाख रुपए दिए जाएंगे.  


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबित, इन नए नियमों को इसलिए मंजूरी दी गई है, ताकि हर चार साल पर सेना में नए एवं जोशीले जवानों को भर्ती किया जा सके. साथ ही लंबे समय से सेना में खाली पड़े पदों को भरा जा सके. लंबे समय से सेना में भर्तियां नहीं की गई है, जिस कारण सेना में कई पद खाली पड़े हैं. इसको लेकर राजनीतिक दलों और युवाओं की तरफ से केंद्र सरकार को कई बार पत्र लिखे गए है. बता दें अधिकारी स्तर पर तीनों ही सेनाओं में शॉर्ट सर्विस का प्रावधान है. शॉर्ट सर्विस कमीशन में भर्ती होने वाले अभ्यर्थियों को पांच साल सेवा करने का मौका मिलता है.