नई दिल्‍ली: मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि संस्‍कृत संस्‍थानों को सुदृढ़ बनाने के लिए उनका मंत्रालय जल्‍द ही रिक्‍त पड़े अध्‍यापकों के पदों पर भर्तियां करेगा. लोकसभा में सोमवार को प्रश्‍नकाल के दौरान विश्‍वविद्यालयों में संस्‍कृत प्राध्‍यापकों के रिक्‍त पड़े पदों से संबंधित सवाल के जवाब में मानव संसाधन विकास मंत्री ने यह बात कही है. उन्‍होंने कहा है कि तीन संस्कृत संस्थाओं राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान, लाल बहादुर संस्कृत विद्यापीठ और राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ तिरूपति में अध्यापकों के रिक्त पदों को भरने पर प्रकिया जारी है. 


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लोकसभा में राहुल कास्वां के प्रश्न के उत्तर में निशंक ने कहा कि संस्कृत देववाणी है. ऐसी वैज्ञानिक भाषा की पूरे विश्व को जरूरत है. ऐसी सभी संस्थाओं को सुदृढ़ करने की केंद्र की मंशा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान में 228 सृजित पद हैं और 139 लोग पदासीन हैं, जबकि 89 पद रिक्त हैं . लाल बहादुर शास्त्री संस्कृत विद्यापीठ में सृजित पद 149 हैं, जिसमें से 89 पदासीन हैं और 50 पद रिक्त हैं. वहीं, राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ तिरूपति में 109 सृजित पद हैं, जिसमें से 71 पदासीन और 38 रिक्त पद हैं.


(इनपुट: भाषा)


मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पाखरियाल निशंक ने कहा कि इन सभी पदों को युद्ध स्तर पर भरने के लिये निर्देश जारी किये गए हैं. इस पर कार्रवाई चल रही है. स्कूलों एवं विश्वविद्यालयों में वैदिक शिक्षा को आगे बढ़ाने के संबंध में एन गोपालस्वामी समिति की रिपोर्ट के बारे में एक अन्य सवाल के जवाब में मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि इस समिति की अनुशंसा का अध्ययन करने के बाद इसे धीरे धीरे लागू करने की प्रक्रिया चल रही है.