Ayurvedic Herbs: तेज दिमाग और बेहतर याददाश्त के लिए आयुर्वेद के 4 जादुई नुस्खे!
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक थकान और याददाश्त कमजोर होना आम समस्या बनती जा रही है. ऐसे में दिमाग को तेज बनाने और याददाश्त को मजबूत करने के लिए कई लोग दवाओं का सहारा लेते हैं.
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में दिमाग को तेज रखना और याददाश्त को मजबूत बनाना बहुत जरूरी है. हालांकि, कई बार तनाव, खराब खानपान और नींद की कमी के कारण दिमाग कमजोर पड़ जाता है.
लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है. आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियां हैं जो दिमाग को तेज करने और याददाश्त बढ़ाने में मदद करती हैं. आइए जानते हैं ऐसी ही 4 बेहतरीन जड़ी-बूटियों के बारे में.
1. अश्वगंधा
अश्वगंधा को आयुर्वेद में 'सौंधिया' के नाम से भी जाना जाता है. यह एक शक्तिशाली जड़ी-बूटी है जो तनाव कम करती है, दिमाग को शांत रखती है और याददाश्त बढ़ाने में मदद करती है. अश्वगंधा दिमाग के सेल्स को पोषण देती है और उनकी काम करने की क्षमता बढ़ाती है.
2. ब्राह्मी
ब्राह्मी को 'बच्चा' के नाम से भी जाना जाता है. यह दिमाग के लिए बेहद फायदेमंद जड़ी-बूटी है. ब्राह्मी दिमाग के सेल्स के बीच संचार को बेहतर बनाती है और याददाश्त बढ़ाने में मददगार होती है. साथ ही, यह तनाव कम करती है और एग्जाइटी को दूर रखती है.
3. शंखपुष्पी
शंखपुष्पी को 'कनेर' के नाम से भी जाना जाता है. यह आयुर्वेद में दिमाग को तेज करने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली जड़ी-बूटियों में से एक है. शंखपुष्पी दिमाग के काम करने की क्षमता बढ़ाती है, याददाश्त को मजबूत करती है और सीखने की क्षमता को भी तेज करती है.
4. गिलोय
गिलोय को 'अमृतवेल' के नाम से भी जाना जाता है. यह एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो दिमाग के साथ-साथ पूरे शरीर के लिए फायदेमंद मानी जाती है. गिलोय दिमाग के सेल्स को रक्षा करती है और उन्हें हेल्दी रखती है. साथ ही, यह दिमाग को टेंशन फ्री रखने में भी मदद करती है.
कैसे करें इनका इस्तेमाल?
इन जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल चूर्ण, काढ़ा या कैप्सूल के रूप में किया जा सकता है. हालांकि, किसी भी जड़ी-बूटी का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें. डॉक्टर आपकी उम्र, शारीरिक स्थिति और जरूरत के हिसाब से सही मात्रा और इस्तेमाल करने का तरीका बताएंगे.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.