योग गुरु बाबा रामदेव ने अपने अनुभवों से एक बार फिर चौंका दिया है. इस बार उन्होंने गाय, भैंस और बकरी के दूध को पीछे छोड़ते हुए गधी के दूध को सुपरफूड बताया है. पतंजलि योगपीठ में अपने योग प्रैक्टिस के दौरान बाबा रामदेव ने न केवल गधी का दूध निकाला, बल्कि सबके सामने इसे पीकर इसके अद्भुत स्वास्थ्य और सौंदर्य लाभ भी बताए. बाबा रामदेव यह अनुभव उनके आधिकारिक फेसबुक पेज पर भी शेयर किया गया, जिसने लोगों के बीच उत्सुकता बढ़ा दी.


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बाबा रामदेव ने बताया कि गधी का दूध अन्य जानवरों के दूध से अधिक पौष्टिक होता है. इसमें लेक्टोफेरिन नामक तत्व प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है. उनके साथ मौजूद डॉक्टर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि गधी का दूध सेहत और सौंदर्य दोनों के लिए फायदेमंद है. यह न केवल त्वचा को निखारता है बल्कि बढ़ती उम्र के प्रभाव को भी कम करता है.


गधी का दूध: सौंदर्य का प्राचीन रहस्य
बाबा रामदेव ने मिस्र की रानी क्लियोपेट्रा का उदाहरण दिया, जो अपने सौंदर्य के लिए गधी के दूध से स्नान करती थीं. उनका कहना है कि यह प्राचीन परंपरा आज भी प्रभावी है. गधी के दूध को “सुपर कॉस्मेटिक” बताते हुए उन्होंने इसे त्वचा के लिए वरदान बताया.


एलर्जी वाले लोगों के लिए सुरक्षित
डॉक्टरों के अनुसार, गधी का दूध उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जिन्हें गाय या भैंस के दूध से एलर्जी होती है. यह न केवल पचने में आसान है बल्कि इसमें मौजूद अच्छे बैक्टीरिया एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-एजिंग का काम करते हैं.


गधी का दूध: विटामिन और मिनरल्स से भरपूर
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, गधी के दूध में विटामिन ए, विटामिन डी, कैल्शियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं. ये हड्डियों को मजबूत करने, इम्यून सिस्टम बढ़ाने और समग्र स्वास्थ्य सुधारने में सहायक हैं. बाबा रामदेव का यह दावा लोगों के लिए एक नए स्वास्थ्य विकल्प की ओर इशारा करता है, जिसे कई लोग आजमाने के लिए उत्सुक हैं.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.