कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को सुबह पहलवानों से मिलने अचानक हरियाणा पहुंच गए. राहुल का काफिला झज्जर जिले के छारा गांव में एक अखाड़े में पहुंचा, जहां उन्होंने बजरंग पूनिया समेत अन्य पहलवानों से मुलाकात की. यहां राहुल गांधी ने कुछ घंटे समय बिताया और पहलवानों के डेली रूटीन और खानपान के बारे में पूरी जानकारी ली. 


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कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहलवान दीपक पूनिया ने बताया कि राहुल गांधी बुधवार सुबह 6 बजे अखाड़े पहुंच गए और हमारी दिनचर्या के बारे में जानकारी ली. इतना ही नहीं, उन्होंने हमारे साथ व्यायाम और भोजन भी किया. पूनिया ने बताया कि राहुल गांधी ने दूध, बाजरे की रोटी, नोनी घी और साग खाया. आपको बता दें कि राहुल की थाली में मौजूद ये भोजन काफी हेल्दी होता है. आइए इस भोजन के बारे में कुछ विशेष बातें जानते हैं.


इस भोजन की कुछ विशेषताएं


दूध
दूध एक बेहतरीन प्रोटीन का सोर्स है. यह मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है. दूध में कैल्शियम भी होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक है.


बाजरे की रोटी
बाजरे की रोटी एक साबुत अनाज है, जो फाइबर का एक अच्छा सोर्स है. फाइबर पेट के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है और पाचन क्रिया को सुचारू रखता है. बाजरे की रोटी में पोटेशियम भी होता है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है.


नोनी घी
नोनी घी एक आयुर्वेदिक घी है, जो कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है. यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है. नोनी घी में एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करते हैं.


साग
साग भी एक पौष्टिक भोजन है, जो विटामिन और मिनरल्स का एक अच्छा सोर्स है. साग में विटामिन ए, विटामिन सी, आयरन और कैल्शियम होता है. ये सभी पोषक तत्व स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं.


राहुल गांधी के इस खाने को देखते हुए कहा जा सकता है कि वह एक हेल्दी लाइफस्टाइल जीने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने दूध, बाजरे की रोटी, नोनी घी और साग जैसा पौष्टिक भोजन किया. यह खाना पहलवानों के लिए भी काफी फायदेमंद है, क्योंकि यह मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है.