Bedwetting Habit in Children: जन्म से लेकर 4-5 साल तक सोते हुए बिस्तर गीला करना बेहद नॉर्मल है, लेकिन इसके बाद भी वो नींद में ऐसा कर रहा है तो मां-बाप के लिए परेशानी का सबब बन जाता है. कोई पैंरेट्स ये नहीं चाहते कि उन्हें डेली बेसिस पर बच्चे के कपड़े और बेड शीट को धोना पड़े. इसका असर चाइल्ड के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है. इससे घबराने के बजाए कुछ जरूरी उपाय किए जा सकते हैं.


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बच्चों की बिस्तर गीला करने से ऐसे रोकें
ज्यादातर चाइल्ड स्पेशलिस्ट का मानना है कि आमतौर पर बच्चे 5 साल के होने पर अपने ब्लैडर पर पूरा कंट्रोल कर लेते हैं. लेकिन अगर हफ्ते या महीने में 2-3 बार नींद में बिस्तर गीला हो रहा है तो इस प्रॉब्लम माना जाएगा. हलांकि पैरेंट्स कुछ बातों का ख्याल रखें, तो ऐसी परेशानी का हल निकल जाएगा.


1. सबसे पहले मां-बाप ये इरादा कर लें कि नींद में बिस्तर गीला करने के लिए बच्चे को कभी डांटेंगे नहीं, क्योंकि इससे वो तनाव में आ जाएगा, आखिरकार वो ये सब जानबूझकर नहीं कर रहा है.
2. जिन दिन सुबह आप पाएं कि बच्चे ने बेड गीला नहीं किया है तो इसके लिए उनकी तारीफ करें और कहें कि अब ये आदत सुधर रही है, इससे उनको इनकरेजमेंट मिलेगा.
3. बच्चे को ये भरोसा दिलाएं कि आप उनके साथ है, और ये इस उम्र की कॉमन प्रॉब्लम है जो एक दिन ठीक हो जाएगी, इससे वो शर्मिंदा महसूस नहीं करेगा.
4. सोने से पहले पैरेंट ये सुनिश्चित कर लें कि उनके बच्चे ने यूरिन पास किया है कि नहीं, अगर उन्हें पेशाब करने की जरूरत महसूस नहीं भी हो रही है तो भी उन्हें टॉयलेट में जाने को प्रोतसाहित करें.
5. सोने से 2 घंटे पहले बच्चे को पानी या तरल पदार्थ न पिलाएं. उनकी लिक्विड की जरूरत को ज्यादातर दिन में ही पूरा कर लें, ऐसे में नींद में पेशाब करने की समस्या काफी कम हो जाएगीॉ
6. अगर आपको ये पता चल जाए कि आपका बच्चा रात को अक्सर कितने बजे बिस्तर गीला करता है, तो इसके लिए आप करीब आधा घंटे पहले अलार्म लगा दें और फिर बच्चे को जगाकर उसे टॉयलेट जाने को कहें.
7. अगर तमाम कोशिशों के बावजूद भी बच्चा रात में बेड गीला कर रहा है, तो डॉक्टर से मिलें, इसकी असल वजह का पता लगाएं और फिर जरूर इलाज कराएं, हालांकि अक्सर देखा गया है कि एक उम्र के बाद ये परेशानी खुद ब खुद दूर हो जाती है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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