Betel Leaf for Uric Acid: मौजूदा समय में बहुत से लोग हाई यूरिक एसिड की दिक्कत का सामना कर रहे हैं. यूरिक एसिड ब्लड में (Uric Acid In Blood) मौजूद गंदे कॉम्पोनेंट की तरह है. जब इसका लेवल शरीर में बढ़ने लगता है, तो इसे मेडिकल भाषा में हाइपरयुरिसीमिया (Hyperuricemia) कहा जाता है. इस बीमारी के चलते प्लाज्मा में यूरिक एसिड बढ़ जाता है. शरीर का बढ़ा हुआ यूरिक एसिड लेवल गठिया के अलावा किडनी की पथरी का भी कारण बनता है. यह बीमारी एक दिन में आप पर हावी नहीं होती है बल्कि, यूरिक एसिड धीरे-धीरे ब्लड में इकट्ठा होता है और आगे चलकर ये किसी ठोस क्रिस्टल में बदल जाता है. यही क्रिस्टल आगे चलकर पथरी का रूप ले लेता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि पान का पत्ता इस खतरनाक बीमारी के खिलाफ असर दिखाता है.


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पान का पत्ता दूर करेगा दर्द!


हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो यूरिक एसिड के खिलाफ पान का पत्ता बेहद कारगार होता है. इसके सेवन से कई अद्भुत फायदे मिलते हैं. पान के पत्ते में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. इसके सेवन से जोड़ों में होने वाली परेशानी कम होती है. इसके अलावा दर्द से राहत मिलता है. आप पान का पत्ता चबाना शुरू करें, उससे पहले इससे जुड़े कई नियम जान लेते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि पान खाते हुए उसमें कभी तंबाकू का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. यह ओरल हेल्थ को दुरुस्त करता है. एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर पान का पत्ता बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है.


पान के पत्ते के फायदे


कई लोगों के मुंह से इतनी ज्यादा दु्र्गंध आती है कि उनके पास बैठना भी दूभर हो जाता है. मुंह की दुर्गंध से भी लड़ने में पान का पत्ता किसी रामबाण की तरह है. दांत दर्द, मसूड़ों का दर्द, सूजन और ओरल इंफेक्शन से राहत पाने का ये अच्छा तरीका है कि आप पान का पत्ता रोज खाएं. कई स्टडी में इस बात का पता चला है कि पान के पत्ते से बना पाउडर टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम करता है. पान का पत्ता मेटाबॉलिज्म रेट को ठीक करने का काम करता है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)