How To Detect Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर हर साल हजारों महिलाओं की मौत का कारण बनता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महिलाओं में होने वाला चौथा सबसे आम और जानलेवा कैंसर भी बताया है. ऐसे में इससे बचाव के लिए समय-समय पर इसके लक्षणों को ध्यान में रखते हुए जरूरी टेस्ट करना आवश्यक हो जाता है. पेप टेस्ट सर्वाइकल कैंसर की पहचान करने का सबसे पहला टेस्ट होता है. जिसकी मदद से कई बार इस जानलेवा कैंसर को पहले स्टेज पर ही पहचान लिया जाता है.


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क्या होता है पेप टेस्ट?


पेप टेस्ट को पेप स्मीयर टेस्ट भी कहा जाता है. यह सर्वाइकल कैंसर को डिटेक्ट करने का एक रूटीन स्क्रीनिंग प्रॉसिजर होता है. इस टेस्ट को सर्विक्स में पनपने वाले कैंसर सेल्स का पता लगाने के लिए किया जाता है.   


कैसे की जाती है पेप टेस्टिंग?
इस टेस्ट में आपके गर्भाशय ग्रीवा से सेल्स को धीरे से खुरच कर निकाला जाता है और इसमें होने वाले बदलाव की जांच की जाती है. यह टेस्ट डॉक्टर के लैब में की जाती है. यह थोड़ा असुविधाजनक हो सकता है, लेकिन लंबे समय तक इसके कारण कोई दर्द नहीं होता है.


क्या आपको है पेप टेस्ट की जरूरत?
अमेरिकन कैंसर सोसायटी की मानें तो 25 वर्ष के बाद हर महिला को प्रत्येक 5 साल में एक बार पेप टेस्ट जरूर करवाना चाहिए. ताकि आप वक्त रहते कैंसर जैसी बीमारी का पता लगा सकें. इसके अलावा यदि सेक्सुअली एक्टिव महिलाओं के लिए यह रूटीन टेस्ट बहुत मददगार साबित होता है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमें इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.