नई दिल्ली: कहते हैं कि फर्स्ट इम्प्रेशन इज द लास्ट इम्प्रेशन और इसलिए जब आप अपने होने वाले जीवनसाथी से मिलने जाएं तो अपना अपना बेस्ट देने की कोशिश करें. एक सर्वे के मुताबिक, भारत में 90 प्रतिशत शादियां अरेंज्ड होती हैं. ज्यादातर लड़कियों को पता ही नहीं होता कि उन्हें लड़कों से कैसे पेश आना चाहिए और किस तरह के सवाल करने चाहिए. आप किसी के साथ अपनी पूरी जिंदगी बिताने वाली हैं तो आपका पूरा हक है कि आप उनसे वो सारे सवाल करें जो आपके मन में हो लेकिन कुछ लड़कियां लड़के से सवाल करने में असहज महसूस करती हैं. इसीलिए हम आपको बताने जा रहे हैं अपने लिए सही पार्टनर कैसे चुने.


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पहली मुलाकात में क्या करें


जब आप पहली बार अपने पार्टनर से मिलने जाती हैं तो जरूरी नहीं की हर चीज उन्हें बताई जाए. अरेंज्ड मैरिज है तो आपके परिवार वाले भी इससे जुड़े होते हैं, इसलिए सोच-समझकर जानकारी साझा करें. आप उनके हर सवाल का जवाब दें. पहली या दूसरी मीटिंग में किसी को जवाब देने के लिए बाध्य नहीं हैं. बाद में आपसे आपकी पर्सनल लाइफ के बारे में पूछे तो उन्हें प्यार से इंकार कर दें.  एक्स्पर्ट्स का कहना है कि आपको अपनी बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान देना चाहिए. ताकि आप उन्हें बहुत ज़्यादा अप्रोचेबल या फिर घमंडी न लगें. शुरुआती मीटिंग्स में बहुत ज्यादा पास जाने से बचें, फिज़िकल टच से दूर ही रहें तो बेहतर होगा.


सोच-समझकर बातें शेयर करें


जबतक आप दोनों एक दूसरे को समझ न जाए, तबतक अपने बारे में ज्यादा शेयर ना करें. स्मोकिंग और ड्रिंकिंग जैसी बातों के बारे में उन्हें तब ही बताएं, जब आपको महसूस हो कि वह आपको समझ सकेंगे. क्योंकि अगर वे इन सब चीजों को पसंद नहीं करते होंगे तो उन्हें ये बात भी पसंद नहीं आएगी और ये बात गलत तरीके से फैल सकती है. अरेंज्ड मैरिज में अक्सर शादी कराने के लिए दोनों परिवारों के बीच कोई न कोई व्यक्ति होता है, जिस तक यह बात पहुंच जाने पर आपकी बदनामी का भी डर रहता है, इसलिए सोच-समझकर अपनी निजी ज़िंदगी के बारे में उन्हें बताएं.


झूठ ना बोलें


शुरुआती रिश्ते में झूठ न बोले तो ही अच्छा है क्योंकि हो सकता है कि झूठ बोलकर आप इस समय तो रिश्ते को आगे बढ़ा लेंगी, लेकिन पूरी आपका झूठ कायम रहे, यह संभव नहीं है. यदि किसी सवाल का जवाब देना आपको ठीक नहीं लगता तो उसके लिए साफ मना करें, या कहें कि मुझे लगता है इस बारे में बात करने का यह सही वक़्त नहीं है और बाद में जब आपको उनपर विश्वास हो जाए तो उन्हें सच्चाई से रूबरू कराएं. क्योंकि झूठ के बुनियाद पर बना रिश्ता कभी मजबूत नहीं हो सकता.