How Did Christina Phillips Lose Weight: हमारी खाने-पीने की गलत आदतों और अनहेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से मोटापा बढ़ने लगता है, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. इससे हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. वजन कम करना एक बड़ा चैलेंज है, वो भी तब, जब आपका वजन 300 किलोग्राम के पार हो जाए, ऐसे में काफी लोग उम्मीदें छोड़ देते हैं, लेकिन दुनिया की सबसे वजनी महिला ने मन में ठान ली थी कि उन्हें हर हाल में फिटनेस हासिल करना है. आइए जानते हैं कि कैसे एक महिला ने 226 किलो तक वजन कम कर लिया.


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इस महिला ने घटाया 226 किलो वजन
हम बात कर रहे हैं क्रिस्टीना फिलिप्स (Christina Phillips) की, जो वैसे तो बचपन से ही मोटी थीं, लेकिन जब वो 23 साल की हुईं तो उनका वजन 317 किलोग्राम तक पहुंच गया. वो काफी ज्यादा फास्ट फूड खाती थीं, लेकिन अब वक्त आ गया था कि हर हाल में वजन कम किया जाए. 


गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी का लिया सहारा
डेली मेल के मुताबिक क्रिस्टीना फिलिप्स ने वजन कम करने के लिए गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी (Gastric Bypass Surgery) कराने का फैसला किया. उस वक्त वो अपने पैरेंट्स और हस्बैंड जैक के साथ रहती थीं. जब क्रिस्टीना ने अपने परिवार को सर्जरी की बात बताई तो पति ने बिलकुल भी सपोर्ट नहीं किया और उससे बदसलूकी करता रहा. इसको लेकर क्रिस्टीना काफी परेशान रही, बाद में महिला ने अपने पति जैक से तलाक ले लिया. आज वो 2 बच्चों के साथ रहती हैं, दोनों ही सेहतमंद है.


आज 91 किलो की हैं क्रिस्टीना
गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी कराने से पहले क्रिस्टीना फिलिप्स को चलने फिरने में काफी दिक्कत होती थी, उन्होंने अपनी कहानी को साल 2012 में एक टीवी प्रोग्राम 'My 600 lbs Life' में बताया था. उनके लिए एक कमरे से दूसरे कमरे में जाना तकलीफदेह था, कुछ कदम चलते ही वो हांफने लगती थीं. वो करीब 2 साल तक बिस्तर पर रहीं और बाथरूम भी नहीं गईं. आज उनका वजन घटकर 91 किलोग्राम रह गया है, क्रिस्टीना अपनी वेट लॉस जर्नी को लेकर काफी खुश हैं. 


क्या है गैस्ट्रिक बायपास सर्जरी ?
गैस्ट्रिक बायपास सर्जरी की मदद से बढ़ता हुआ वजन कम किया जा सकता है. इस ऑपरेशन में पेट के पास एत पाउच लगाया जाता है, जिसे पाइप के जरिए छोटी आंत से जोड़ दिया जाता है. भोजन करने के बाद खान पेट में न जाकर इस पाइप से गुजरता है और फिर छोटी आंत में अब्जॉर्प्शन के लिए चला जाता है. फिर पेट में डाइजेस्टिव एंजाइम्स भी उस पाउच में आ जाते हैं जिससे फूड डाइजेस्ट होने लगता है. इसके जरिए वेट तेजी से लूज होता है.


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