Urad Dal:  उड़द की दाल का सेवन ज्यादातर लोग करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि किन लोगों को यह नहीं खानी चाहिए. दरअसल, इस दाल से कई लोगों की सेहत बिगड़ सकती है. उड़द की दाल में ऐसे पोषक तत्त्व मौजूद होते हैं, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं.इस दाल में प्रोटीन की मात्रा सबसे ज्यादा पाई जाती है, जो सभी लोगों की सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है, लेकिन उड़द की दाल कई लोगों के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकती है. अगर इस दाल का अधिक मात्रा में सेवन किया जाता है तो इससे यूरिक एसिड और गठिया की परेशानी बढ़ सकती है. ऐसे में यह जानना बेहद जरुरी है कि उड़द की दाल का सेवन कितना करना चाहिए और किन लोगों को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए.


उड़द की दाल कितनी खाना चाहिए?


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रोजाना उड़द की दाल खाने वाले सावधान हो जाइए, क्योंकि ऐसे करने से आपको कई प्रकार की दिक्कत हो सकती हैं. कोशिश करें कि उड़द की दाल का सेवन सप्ताह में बस एक से दो बार करें. क्योंकि, इस फायदे के साथ-साथ मिलने वाले नुकसान आपकी सेहत बिगाड़ सकते हैं.


ऐसे लोग बिल्कुल न खाएं उड़द की दाल 


- ऐसे लोग,जिन्हें पहले से ही गठिया की परेशानी है, उन्हें उड़द की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए. दरअसल उड़द की दाल में कई से ऐसे तत्त्व शामिल होते हैं, जो गाठिया की परेशानी को बढ़ाते हैं.


- इसके अलावा जिन लोगों को हमेशा अपच की समस्या रहती है, उन्हें तो उड़द की दाल से दूरी बना लेनी चाहिए. बता दें कि यह एक ऐसी दाल है, जो जल्दी पचती नहीं है. जिससे कई बार तो कब्ज, पेट में गैस, ब्लोटिंग, आदि जैसी परेशानी होने लगती है.


- साथ ही यूरिक एसिड से ग्रसित लोगों को भी इससे दूर रहना चाहिए, दरअसल उड़द की दाल में ऐसे तत्त्व होते हैं, जो किडनी में कैल्सीफिक्शन स्टोन को उत्तेजित करते हैं,जिससे कई बार किडनी और गुर्दे की परेशानी होनी शुरू हो जाती है. ऐसे में यदि आपके ब्लड में यूरिक एसिड पहले से ही बढ़ा हुआ है तो उड़द की दाल का सेवन न करें.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इन नुस्खों की पुष्टि नहीं करता है.)