Coronavirus की ताजा लहर ने बढ़ाई टेंशन! क्या हमें लेनी पड़ेगी COVID Vaccine की चौथी डोज?
COVID Vaccine 4th Dose: चीन के बाद कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ने भारत में भी दस्तक दे दी है, लेकिन अब तक सभी लोगों ने कोविड वैक्सीन की तीसरी डोज नहीं लगाई है, लेकिन क्या फिलहाल चौथी डोज की जरूरत है?
Corona BF.7 Variant: भारत में कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 की पुष्टि होने के बाद केंद्र और राज्य की सरकारें अलर्ट हो गई हैं, और रैंडम टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दे रही हैं. इसको लेकर आला अधिकारियों की बैठक जारी है. देश में पिछले साल काफी लोगों ने इस डेडली वायरस की वजह से जान गंवाई थी, जिसके बाद कोविड वैक्सीन की 3 डोज लगाने पर जोर दिया गया अब ज्यादातर लोगों के मन में ये सवाल है कि क्या उन्हें वैक्सीन की चौथी डोज भी लेनी पड़ेगी?
क्या वैक्सीन की चोथी डोज लेनी होगी?
इस बारे में दिल्ली के IHBAS अस्पताल के पूर्व रेसिडेंट डॉ. इमरान अहमद (Imran Ahmad) ने कहा कि जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन की बूस्टर यानि तीसरी डोज नहीं ली है, उन्हें ये काम जल्द से जल्द कर लेना चाहिए. चौथी डोज के सवाल पर उन्होंने कहा कि फिलहाल इसकी जरूरत महसूस नहीं हो रही है.
क्या है बाइवेलेंट वैक्सीन?
डॉ. इमरान ने ये भी बताया कि हालात बिगड़ने पर बाइवेलेंट वैक्सीन (Bivalent Vaccine) तैयार की जी सकती है. फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) के मुताबित ये वो टीका है जो मेन वायरस के स्ट्रेन के कंपोनेंट और ओमिक्रॉन वैरिएंट के एक कंपोनेंट को मिलाकर तैयार की जाती है. इसके जरिए इंफेक्शन से ज्यादा बचाव किया जा सकता है. ये असल में बूस्टर डोज का एडवांस वर्जन है. अब भविष्य में कोरोना की गंभीरता को देखकर ही नए टीके विकसित किए जा सकते हैं.
पिछले साल शुरू हुई थी वैक्सीनेशन ड्राइव
भारत में कोविड-19 वैक्सीन की शुरुआत जनवरी 2021 में हुई थी अब तक 74 फीसदी इंडियंस ने पहली डोज, 68 फीसदी लोगों ने दूसरी डोज ली है. चिंता की बात ये है कि सिर्फ 27 फीसदी भारतीय आबादी ने तीसरी डोस लगाई है. ऐसे में अगर चौथी डोज आती है तो ये वैक्सीन ड्राइव और भी लंबी चलेगी.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए ये निर्देश
स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सर्तक रहने के निर्देश दिए हैं, जिससे आपको कोरोना वायरस के नए वेरियएंट का खतरा कम से कम हो, आइए जानते हैं कि इसके लिए आपको क्या क्या करना होगा.
-सबसे पहले वैक्सीन की तीसरी डोज लगवाई.
-सर्दी और फ्लू होने पर तुरंत टेस्ट कराएं.
-सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
-भीड़ और सफर में मास्क का इस्तेमाल करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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