विज्ञान के मुताबिक अंडा एक पौष्टिक और सुपर हेल्दी फूड है, जिसे खाने से कई तरह के फायदे मिलते हैं. अंडे में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. लेकिन, क्या आयुर्वेद अंडों को फायदेमंद मानता है और क्या इन्हें खाने की सलाह दी जाती है? इस सवाल का जवाब है हां. आयुर्वेद में भी अंडों को एक सुपरफूड माना जाता है, जो कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है.


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आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. ऐश्वर्या संतोष के अपने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया कि आयुर्वेद में भी अंडे को फायदेमंद बताया गया है. उन्होंने बताया कि अंडे का सफेद भाग शरीर में वात, पित्त और कफ दोष को संतुलित करने में मदद करता है. अंडे का पीला भाग वात दोष को कम करने वाला और पित्त व कफ दोष को बढ़ाने में महत्वपूर्ण माना जाता है.


आयुर्वेद के अनुसार अंडे खाने से फायदे
- अंडे खाने से सेक्शुअल हेल्थ और हार्ट हेल्थ काफी बेहतर होती है.
- अंडे खाने से लो स्पर्म काउंट और कमजोर यौनशक्ति को बढ़ाया जा सकता है.
- अंडे खाने से बच्चों के शारीरिक विकास को बेहतर बनाने में मदद मिलती है.


हालांकि, डॉ. ऐश्वर्या के मुताबिक, हर किसी को अंडा सोच-समझकर खाना चाहिए. क्योंकि, अंडा खाने और पचाने में हैवी होता है. जिस कारण कई लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.


अंडे खाने से पहले इन बातों रखें ध्यान
- वात प्रवृत्ति के लोग रोजाना अंडा खा सकते हैं.
- पित्त और कफ प्रवृत्ति के लोगों को अंडा संतुलित मात्रा में खाना चाहिए. खासकर अंडे का पीला भाग. वरना उन्हें पेट की दिक्कतें हो सकती हैं.
- अंडे को खरबूजा, बीन्स, चीज, मछली, दूध, मीट और योगर्ट के साथ नहीं खाना चाहिए. क्योंकि, ऐसा करने से पेट में दर्द, जलन, पेट गैस आदि समस्याएं हो सकती हैं.


आयुर्वेद के अनुसार, अंडे खाने का सही तरीका उसमें मसाले मिलाकर खाना है. आप अंडों के साथ काला नमक, काली मिर्च जैसे मसाले मिला सकते हैं. ऐसा करने से अंडे आसानी से पच जाते हैं और आपको अंडे खाने के सभी फायदे मिलते हैं.