डेंगू और स्वाइन फ्लू के बीच इस बीमारी ने डराया, इन लक्षणों को न करें इग्नोर
डॉक्टरों की मानें तो डेंगू, स्वाइन फ्लू और जीका वायरस के लक्षण काफी हद तक समान होते हैं. ऐसे में सही समय पर जांच और सही इलाज मिलने से मरीज को जल्द रिकवरी में सहायता मिलती है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के बाद देश में डेंगू और स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इस बीच जीका वायरस का खतरा भी बढ़ गया है. केरल, उत्तर प्रदेश समेत कई और राज्यों में जीका वायरस के कई मामले सामने आए हैं. देश अभी भी कोरोना वायरस से पूरी तरह से उबर नहीं पाया है ऐसे में इन तीनों बीमारियों का एक साथ पांव पसारना खतरनाक साबित हो सकता है. आज हम आपको इन बीमारियों के लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे समय रहते उपचार किया जा सके.
डेंगू के लक्षणों को ऐसे पहचानें
डॉक्टरों की मानें तो इस समय देश में सबसे अधिक डेंगू के मामले आ रहे हैं. कई मरीजों को गंभीर हालत में अस्पताल में भी भर्ती करना पड़ रहा है इसलिए इससे बचने की जरूरत है. यह बीमारी मच्छर के काटने से होती है. जो दिन के समय काटता है. यह मच्छर साफ पानी में पनपता है. ऐसे में जरूरी है कि लोग अपने आसपास पानी इक्टठा न होने दें. बाजू के कपड़े पहनकर रखें.
दो दिन से ज्यादा बुखार होने पर डॉक्टरों की सलाह लें. इसके अलावा कमजोरी महसूस होना, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, थकावट, उल्टी और दस्त लगना भी डेंगू के ही लक्षण हैं.
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स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू एक संक्रामक बीमारी है. यह एच-1 एन-1 वायरस की वजह से होती है. देश की राजधानी दिल्ली और पश्चिम बंगाल में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि स्वाइन फ्लू होने पर मरीज को बार-बार खांसी और छींक आती है. गले में खराश रहने के साथ तेज बुखार होता है. कई बार ठंड लगकर बुखार आता है और थकान बनी रहती है. स्वाइन फ्लू से बचने के लिए खांसते और छींकते समय मुंह को ढककर रखें, खाना खाने से पहले हाथों को अच्छे से धो लें, मास्क पहनकर रखें और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें.
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प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खतरनाक जीका वायरस
जीका वायरस एडीज इजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस मच्छरों के काटने से होता है. बहुत से लोगों में इस बीमारी के लक्षण नहीं दिखते या सिर्फ हल्के लक्षण दिखते हैं. हालांकि, प्रेग्नेंसी के दौरान जीका वायरस का संक्रमण बच्चे में कई प्रकार के विकार पैदा कर सकता है. इसलिए इस बीमारी से सतर्क रहने की जरूरत है. जीका वायरस के लक्षण हैं. तेज बुखार आना, आंखों में दिक्कत महसूस होना, शरीर के जोड़ों में दर्द और कमजोरी महसूस होना.
UP में जीका का कहर
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में जीका वायरस के 30 और मामले सामने आए हैं, जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 66 हो गई है. लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) की वायरोलॉजी लैब और पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में किए गए टेस्ट से 30 नए मामले सामने आए हैं. 23 अक्टूबर को शहर में वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद से यह संक्रमण में एक दिन की सबसे बड़ी छलांग है.