Hearing loss: आजकल कानों के सुनने की क्षमता कम होने की समस्या कम उम्र में भी देखने को मिल रही है. इसके पीछे कई वजह होती हैं. सबसे पहले आपकी खराब लाइफस्टाइल. कई बार कुछ लोग लंबे समय से दवाइयों का सेवन करते हैं, जिसके चलते सुनने में समस्या होती है. यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में ईएनटी (ENT) एक्सपर्ट सौरभ अग्रवाल ने इस बारे में विस्तार से बताया है. चलिए जानते हैं. 


अधिक दवाइयों से हो सकता है बहरापन- एक्सपर्ट सौरभ


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यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में ईएनटी (ENT) एक्सपर्ट सौरभ अग्रवाल ने बताया कि कुछ दवाओं के अत्यधिक उपयोग से बहरापन हो सकता है. इसके अलावा कई बार कुछ दर्द निवारक दवाओं के नियमित उपयोग से बहरापन हो सकता है. 


इन दवाइयों के सेवन से सुनने की क्षमता पर पड़ता है प्रभाव 


एक्सपर्ट सौरभ अग्रवाल ने बताया कि कुछ दवाएं जैसे कीमोथेरेपी / कैंसर रोधी दवाएं, कुछ एंटीबायोटिक्स, कुछ मलेरिया रोधी दवाओं से भी कान की नसों पर प्रभाव पड़ता है. इसके अलावा बालों पर भी बुरा प्रभाव पडता है. इससे आपको शुरुआत में तो हल्का नुकसान होता है, इसके बाद धीरे-धीरे बड़ा नुकसान होता है.


कानों की सुनने की क्षमता विकसित करने के उपाय 


- कान की सुनने की शक्ति बढ़ाने के लिए योग करना चाहिए. 
- कानों को साफ रखने का प्रयास करें.
-  कम सुनाई देने के कारणों पर ध्यान दें. ताकी जल्द से जल्द इलाज करें. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)