Hidden Disease In Body: पैरों की देखभाल के मामले में अक्सर हमारा ध्यान केवल नाखून काटने तक ही सीमित रहता है. डॉक्टरों का कहना है कि शरीर में आने वाली किसी भी गड़बड़ी का सबसे पहले हमारे पैरों पर असर पड़ता है, क्योंकि हमारे पैर दिल और रीढ़ से सबसे दूर होते हैं. इसलिए पैरों की देखभाल नियमित रूप से करनी चाहिए. पैरों की त्वचा या नाखून के रंग या आकार में आने वाले बदलाव हमें कई गंभीर बीमारियों के बारे में पहले से ही संकेत दे देते हैं. आइए जानते हैं उन सकेतों के बारे में जो आपके पैर आपके शरीर के बारे में देते हैं.


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पैरों और अंगूठे के बाल झड़ना


अगर आपके पैरों के और अंगूठों के बाल अचानक झड़ने लगें तो यह खून के संचार में दिक्कत का संकेत मना जाता है. पर्याप्त रक्त संचार के बिना पैरों पर बाल गिरने लगते हैं क्योंकि उन्हें पोषण नहीं मिलता है. यह इस बात का भी संकेत हो सकता है कि आपका दिल पैरों तक नियमित रूप से पहुंचने के लिए पर्याप्त खून पंप नहीं कर रहा है.


पैरों में मोच या क्रैम्प


अगर आपके पैरो में अक्सर मोच या क्रैम्प आते हैं तो यह आपके शरीर में डीहाइड्रेशन और शरीर में पोषक तत्वों की कमी को दर्शाता है. अगर आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करते हैं जो ज़्यादा से ज़्यादा पानी पिएं क्यूकिं अक्सर क्रैम्प डिहाइड्रेशन की वजह से होता है. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें, जो आपको सही मात्रा में पोटेशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम लेने की सलाह देंगे. अगर क्रैम्प ज्यादा दिन तक रहता है तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं, क्योंकि यह किसी नस के क्षतिग्रस्त होने का भी संकेत हो सकता है.


ठीक न होने वाली चोट


ठीक न होने वाले घाव डायबिटीज का संकेत दे सकते हैं. खून में ग्लूकोज का अनियंत्रित स्तर पैरों तक नसों को क्षतिग्रस्त कर सकता है. इसका मतलब यह है कि अगर चोट, घाव या फुंसी आपके पैरों में हो जाए और अगर इसमें इंफेक्शन हो गया तो मामला और बिगड़ सकता है. लिहाजा, पैरों की देखभाल नियमित रूप से करें, खासकर की जब आपके परिवार में डायबिटीज के रोगी की कोई हिस्ट्री रही हो तो, इसके अलावा ठीक न होने वाला घाव त्वचा कैंसर का भी लक्षण हो सकता है. यह अंगूठों के बीच में भी हो सकता है.


अगर आपके पैर ठंडे रहते हैं


ऐसा होना hypothyroidism का संकेत है, जिसमें आपके पैर गर्म नहीं होते. 40 पार की उम्र के बाद यह समस्या अक्सर देखी जाती है और लोग इसे मौसम का असर समझकर नजरअंदाज करते रहते हैं. hypothyroidism के दूसरे नुकसान भी हैं जैसे- बालों का गिरना, थकान रहना, अचानक वजन बढ़ना , कॉन्स्टिपेशन और डिप्रेशन. इसलिए पैर ठंडे रहने की शिकायत समझ में आते ही डॉक्टर से सम्पर्क करें क्योंकि जितनी जल्दी इसकी वजह पकड़ में आ जाएगी, आपको ठीक होने में उतना ही कम समय लगेगा.


ये भी हैं लक्षण


इसके अलावा अंगूठे अचानक सूजे या लाल होने लगें या जोड़ों में दर्द हो तो यह आर्थराइटिस का संकेत हो सकता है. वहीं अगर आपके एड़ी के दर्द होता है तो इसका मतलब  मतलब है कि अब आपको जूते बदलने की जरूरत है.


त्वचा का  खुरदुरा होना या पीलापन आना


यह फंगल इंफेक्शन के लक्षण हैं. पैरों को ज्यादा से ज्यादा सूखा  रखने की कोशिश करें. अगर फंगल इंफेक्शन नहीं है तो यह एग्जिमा भी हो सकता है लेकिन खुद की किसी निष्कर्ष पर पहुंचने की बजाए डॉक्टर से तुरंत सम्पर्क करें.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)