हेल्दी रहने के लिए सही तरीके से कैसे करें भोजन? Sadhguru ने बताए अनोखे नुस्खे
प्रसिद्ध योगी और आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु अक्सर हमें हेल्दी और खुशहाल जीवन जीने के लिए अद्भुत टिप्स देते रहते हैं. उनके हेल्दी और खान-पान से जुड़े नुस्खे प्राचीन ज्ञान से प्रेरित होते हैं.
प्रसिद्ध योगी और आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु अक्सर हमें हेल्दी और खुशहाल जीवन जीने के लिए अद्भुत टिप्स देते रहते हैं. उनके हेल्दी और खान-पान से जुड़े नुस्खे प्राचीन ज्ञान से प्रेरित होते हैं. हेल्दी डाइट बनाए रखने और पौष्टिक भोजन खाने के उनके व्यावहारिक उपाय दुनिया भर में लोकप्रिय हुए हैं.
आइए जानें सद्गुरु के कुछ खास सुझावों के बारे में, जिनसे आप अपने खान-पान को सही तरीके से अपनाकर स्वस्थ रह सकते हैं.
दो वक्त का भोजन
इन दिनों एक दिन में एक बार भोजन करने का चलन है, लेकिन सद्गुरु इस पर सहमत नहीं हैं. उनका मानना है कि इससे पोषण की कमी हो सकती है. इसलिए वे दो वक्त के भोजन की सलाह देते हैं, जैसा कि उनके आश्रम में भी किया जाता है. सुबह 10 बजे और शाम 7 बजे दो वक्त का भोजन शरीर को संतुलित पोषण देता है. सद्गुरु कहते हैं कि मेरे बारे में डॉक्टरों ने कई बार चिंता जताई है कि मैं सिर्फ एक बार खाता हूं. वे कहते हैं कि इससे मेरी सेहत खराब हो सकती है. लेकिन मैं अपनी राह पर चलता हूं और मुझे किसी तरह की परेशानी नहीं होती.
हाथ से भोजन करें
सद्गुरु हाथ से खाने के पारंपरिक तरीके पर जोर देते हैं. वह कहते हैं कि जब आप भोजन को हाथ से नहीं छूते, तो आप नहीं जानते कि वह कैसा है. अगर भोजन इतना अच्छा नहीं है कि आप उसे छुएं, तो उसे खाने लायक कैसे कहा जा सकता है? हाथ की सफाई पर आप भरोसा कर सकते हैं, लेकिन चम्मच या कांटे की सफाई हमेशा सुनिश्चित नहीं होती.
अच्छी तरह चबाएं
सद्गुरु दांतों का महत्व समझाते हैं. वे कहते हैं कि पूरे दिन चुस्त रहने के लिए 24 बार काटकर और 24 बार चबाकर भोजन करें. पाचन मुंह में ही शुरू होता है. आयुर्वेद में धीमे और अच्छी तरह चबाने पर जोर दिया जाता है. इससे पाचन तंत्र बेहतर काम करता है. योग के अनुसार भी हर निवाले को कम से कम 24 बार चबाएं.
सचेत होकर भोजन करें
अनजाने में खाना एक बुरी आदत है. सद्गुरु कहते हैं कि हमारे खाने के तरीके पर ध्यान देना चाहिए. हम जो कुछ भी करते हैं, उसमें सचेत रहना ही हमें इंसान बनाता है. सचेत होकर खाना और सही डाइट चुनना इम्यूनिटी को बूस्ट करता है और शरीर को ऊर्जावान बनाता है. सद्गुरु के इन सरल और प्रायोगिक तरीकों को अपनाकर हम न सिर्फ स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले सकते हैं, बल्कि स्वस्थ और ऊर्जावान जीवन भी जी सकते हैं. तो आज से ही सद्गुरु के इन नुस्खों को आजमाएं और अपनी सेहत का ख्याल रखें.